जागरण संवाददाता, वाराणसी: साथ जीने और मरने की कसमें खाने के बाद नमो घाट पर प्रेमी जोड़े ने गले लगने के बाद सबके सामने ही सल्फास खा लिया। डाक्टर ने बताया कि दोनों का इलाज चल रहा है और दोनों खतरे के बाहर हैं। दोनों के स्वजन भी अस्पताल में मौजूद हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
आदमपुर थाना क्षेत्र के नमो घाट पर शनिवार की दोपहर 1:30 बजे एक प्रेमी जोड़े ने सल्फास का सेवन कर लिया। जब लड़की की तबीयत बिगड़ी, तो नमो घाट पर मौजूद लोगों में से किसी ने आदमपुर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने तत्परता से दोनों को इलाज के लिए मंडलीय अस्पताल कबीरचौरा पहुंचाया, जहां उनका उपचार जारी है। यह प्रेमी जोड़ा बौलिया क्षेत्र, थाना बड़ागांव का निवासी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, दोनों अपने घर से सुबह 10 बजे निकाला था। जब दोनों घर नहीं लौटे, तो उनके परिवार वालों ने खोजबीन शुरू की। इस दौरान, पिता ने बेटे के मोबाइल पर फोन किया, जिस पर युवती ने बात की और बताया कि उन्होंने सल्फास खा लिया है। इस सूचना के बाद पिता ने बड़े बेटे को नमो घाट भेजा। बड़े बेटे ने दोनों की हरकतों को जानकारी परिजनों को सूचित किया।
दोनों ने ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी कर ली है और फिलहाल किसी नौकरी में नहीं हैं। उनके प्रेम प्रसंग की शुरुआत लगभग दो साल पहले हुई थी। युविक ने बताया कि उनके परिवार का गांव में सम्मान है, लेकिन इस घटना से उन्हें शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है।
इस घटना ने न केवल परिवार को बल्कि पूरे गांव को भी हिला कर रख दिया है। प्रेमी जोड़े की इस गंभीर कदम ने समाज में प्रेम और रिश्तों के प्रति एक नई बहस को जन्म दिया है। क्या प्रेम में इतनी गहराई होनी चाहिए कि व्यक्ति अपने जीवन को समाप्त करने का निर्णय ले?
यह सवाल अब गांव के लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है। इस घटना ने यह भी दर्शाया है कि युवा पीढ़ी के बीच मानसिक स्वास्थ्य और रिश्तों की जटिलताओं को समझने की आवश्यकता है। |