गंगा किनारे पत्नी को जहर देकर वृद्ध ने खुद भी निगल लिया (प्रतीकात्मक फोटो)
संवाद सूत्र, जागरण जरगवां (बुलंदशहर)। करवा चौथ का पावन पर्व दांपत्य जीवन में खुशहाली का प्रतीक है। वहीं इस पावन पर्व पर अलीगढ़ से गंगा नहाने के लिए टीबी रोग से ग्रस्त वृद्ध पति ने पहले पत्नी को जहर दिया और फिर खुद भी निगल लिया। स्वजन की मानें, तो टीबी रोग से पीड़ित वृद्ध ने ही आत्महत्या करने निर्णय लिया और पत्नी को धोखे से जहर दे दिया। इससे दोनों की मौत हो गई।
अलीगढ़ जनपद की अतरौली कोतवाली क्षेत्र के गांव मोहम्मदपुर बढ़ेरा निवासी 72 वर्षीय पूरन सिंह मजदूरी करते थे। उनका पुत्र अशोक गाजियाबाद में नौकरी करता है। बेटी पुष्पा का विवाह गांव खुर्द खेड़ा में चुके थे। गांव में पूरन के साथ उनकी पत्नी 70 वर्षीय चमेली देवी रहती थीं। इसके अलावा दंपती के साथ पुत्रवधू राजकुमारी, पोते विद्या सागर, निर्भय और पोती कृष्णा रहती हैं। पुत्र अशोक के मुताबिक पिता टीबी रोग से ग्रस्त थे। इस रोग के बाद भी खानपान में वह परहेज नहीं करते थे।
इसे लेकर बुजुर्ग दंपती में अक्सर झगड़ा होता था। शुक्रवार की तड़के भी दोनों में कहासुनी हुई थी। इसके बाद पूरन सिंह अपनी पत्नी चमेली देवी को गंगा नहाने के लिए चलने की कहकर शुक्रवार सुबह करीब आठ बजे घर से बुलाकर ले गए। दोनों रामघाट पहुंचे और सुबह 10 बजे गंगा किनारे से थोड़ा पहले पूरन सिंह ने पहले चमेली देवी को जहर दिया, फिर खुद जहरीला पदार्थ निगल लिया। इससे दोनों की हालत बिगड़ने लगी और दोनों अचेत होकर वहीं गिर गए। स्थानीय लोगों ने रामघाट पुलिस को सूचना दी। रामघाट थाना प्रभारी यंग बहादुर सिंह घटनास्थल पर पहुंचे। पूरन सिंह की मौके पर ही मौत हो चुकी थी। वहीं चमेली देवी को अलीगढ़ मेडिकल भेजा गया। जहां उनकी भी रास्ते में मौत हो गई। थाना प्रभारी ने बताया कि वृद्ध के शव को बुलंदशहर मर्चरी भेजा गया है। वहीं वृद्धा की मौत अलीगढ़ मेडिकल ले जाते हुई थी। वृद्धा का पोस्टमार्टम अलीगढ़ मेडिकल में होगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें |