जागरण संवाददाता, अमेठी। जिले में धान खरीद की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। धान खरीद के लिए 99 क्रय केंद्र बनाए गए हैं। केंद्रों पर अपनी उपज बेचने के लिए किसान पंजीकरण कराना शुरू कर दिए हैं। अब तक 790 किसानों ने अपना पंजीकरण करा लिया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
पिछले वर्ष करीब 1500 किसानों ने धान बेंचने के लिए अपना पंजीकरण कराया था। इस बार जिले को धान खरीद के लिए एक लाख 40 हजार मीट्रिक टन का लक्ष्य दिया गया है। एक नवंबर से धान खरीद शुरू की जाएगी।
जिले में करीब एक लाख 30 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में किसानों ने धान की रोपाई की है। अच्छी बारिश होने के चलते धान की उपज भी ठीक-ठाक होने का अनुमान लगाया जा रहा है, जिसको लेकर शासन-प्रशासन भी किसानों की उपज का वाजिब मूल्य दिलाने के लिए तैयारियों में जुट गया है। जिसको लेकर इस बार केंद्रों की संख्या में भी वृद्धि की गई है।
पिछले वर्ष 91 धान खरीद केंद्र बनाए गए थे, जिसे बढ़ाकर इस बार 99 कर दिया गया है। वहीं खरीद का लक्ष्य भी बढ़ाया गया है। पिछले वर्ष धान खरीद का लक्ष्य एक लाख 32 हजार मीट्रिक टन था, जो इस बार एक लाख 40 हजार मीट्रिक टन शासन की ओर से निर्धारित किया गया है।
धान बेचने वाले किसानों के पंजीयन के लिए वेबसाइट चालू कर दी गई है। पंजीकृत किसान सरकारी क्रय केंद्रों पर अपना धान आसानी से बेच सकेंगे। पंजीयन में किसी प्रकार की समस्या आने पर किसान अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
ऐसे करा सकते हैं पंजीयन
विभागीय पोर्टल से किसान घर बैठे स्वयं, जन सुविधा केंद्र व साइबर कैफे से ऑनलाइन पंजीयन करा सकते हैं। पहले किसानों को अपना आधार व मोबाइल नंबर दर्ज कराना होगा। ओटीपी आने पर रजिस्ट्रेशन शुरू होगा। पंजीयन कराने वाले किसानों को अपनी भूमि व बैंक खाते की जानकारी भी देनी होगी।
तहसीलवार किसानों का पंजीकरण
- तिलोई- 400
- मुसाफिरखाना- 77
- गौरीगंज- 203
- अमेठी- 110
- कुल पंजीकरण किसानों की संख्या- 790
क्या कहते हैं अधिकारी
धान खरीद के लिए सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। धान बेचने वाले किसानों के पंजीयन के लिए वेबसाइट चालू है। इस बार 99 धान खरीद केंद्र बनाए गए हैं। धान की बिक्री के लिए अधिक से अधिक संख्या में किसान अपना पंजीकरण अवश्य करा लें, जिससे उन्हें उनकी उपज का वाजिब मूल्य दिलाया जा सके। साथ ही धान बेचने में किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। -प्रज्ञा मिश्रा, जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी। |