दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में रामपुर और मुरादाबाद के आरोपित। सौ.- पुलिस
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली/मुरादाबाद। दिल्ली और पड़ोसी राज्यों में जाकर दिल्ली पुलिस अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्रियां पकड़ती रही हैं। उन जगहों से पुलिस भारी संख्या में अवैध हथियार, कारतूस व मैग्जीन बरामद करती रही हैं, लेकिन पहली बार स्पेशल सेल ने मुरादाबाद के कटघर क्षेत्र के मुहल्ला पीरजादा में कारतूस बनाने की एक फैक्ट्री पकड़ी है, जहां कई साल से प्वाइंट 315 बोर के कारतूस बनाए जाते थे। सेल ने इस सिंडिकेट में शामिल फैक्ट्री मालिक इलियास और उसके दो सप्लायर को गिरफ्तार कर लिया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
उनके कब्जे से सेल ने दो अर्ध-स्वचालित पिस्टल, पांच तमंचे, प्वाइंट 315 बोर के 210 कारतूस, एक लेथ मशीन, कारतूस बनाने के अन्य उपकरण, 607 खोखे, 354 गोलियों के लीड, बारूद, 20 ठोस पीतल की छड़ें, पीतल का स्क्रैप और अन्य सामान बरामद किया है। बरामद कच्चे माल से लगभग एक हजार कारतूस बनाए जा सकते थे।
डीसीपी अमित कौशिक के मुताबिक गिरफ्तार किए गए आरोपितों के नाम फाजिल, जमीर निवासी रामपुर और इलियास निवासी मुहल्ला पीरजादा कटघर है। इलियास अवैध कारतूस बनाने की फैक्ट्री का मालिक है। पुलिस का दावा है कि तीनों दिल्ली-एनसीआर में अवैध हथियारों के अलावा कारतूसों की भी आपूर्ति करते थे। 22 सितंबर को सेल को एक अवैध हथियार आपूर्तिकर्ता की गतिविधि के बारे में सूचना मिली। यह भी पता चला कि फाजिल नाम का तस्कर अवैध हथियार और कारतूस आपूर्ति करने गाजीपुर फ्लाअओवर के पास आएगा।
सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए एसीपी कैलाश बिष्ट के नेतृत्व में सेल की टीम ने फाजिल को पकड़ लिया। तलाशी लेने पर चार तमंचा और प्वाइंट 315 बोर के 166 कारतूस बरामद किए गए। फाजिल से पूछताछ के बाद यूपी के रामपुर में छापेमारी कर जमीर को गिरफ्तार कर लिया गया। उसके पास से भी प्वाइंट 315 बोर के 20 कारतूस बरामद किए गए।jammu-state,eew,earthquake resistant infrastructure,Jammu and Kashmir,disaster management,earthquake preparedness,seismic safety,Himalayan earthquake belt,earthquake early warning system,disaster risk reduction,earthquake safety day,mock drill,Jammu and Kashmir news
जमीर से पूछताछ में उसने कारतूस मुरादाबाद के इलियास से खरीदने की बात कही। जिसके बाद बुधवार सुबह मुरादाबाद से इलियास को गिरफ्तार कर लिया गया। उसके कब्जे से दो अर्ध-स्वचालित पिस्टल और एक तमंचा बरामद किया गया। उसकी निशानदेही पर मुस्लिम बाहुल्य इलाके उसके घर के पास स्थित एक घर में चल रही अवैध कारतूस की फैक्ट्री पर छापा मार वहां से एक लेथ मशीन, ग्राइंडिंग मशीन, कारतूस बनाने के उपकरण, कारतूस, कारतूस के खोखे, कारतूस के लीड, बारूद और अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई।
फाजिल छह साल पहले रिश्तेदारों के माध्यम से जमीर के संपर्क में आया था। जमीर से उससे हथियार और कारतूस खरीदकर दिल्ली-एनसीआर में आपूर्ति कराना शुरू कर दिया था। जमीर भी छह साल पहले इलियास के संपर्क में आया था, जो हथियार और कारतूस बनाने और बेचने के अवैध धंधे में लिप्त था। तब से जमीर ने इलियास से अवैध हथियार और कारतूस खरीद उन्हें आगे सप्लाई करना शुरू किया था। इलियास पहले अपने पिता के साथ पीतल के धातु के काम में लग गया था। वह पीतल के बर्तन बनाने वाले परिवार से ताल्लुक रखता है।
छोटी उम्र में ही उसने स्थानीय कारीगरों से कारतूस बनाने की तकनीक सीख ली थी। लगभग 20 साल पहले वह कारतूस बनाने के अवैध धंधे में शामिल हो गया था। उसे पहली बार मुरादाबाद में आर्म्स एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया था। रिहा होने के बाद, वह अवैध कारतूस बनाने का धंधा कर रहा था। इसके खिलाफ मुरादाबाद के अलग-अलग थानों में कई मुकदमे दर्ज है। कटघर थाने का इलियास हिस्ट्रीशीटर है और यह मुगलपुरा पुलिस ने इसे वर्ष 2023 में गैंग्सटर के मामले में जेल भेजा था। |