न्यायमूर्ति संजीव कुमार गुप्ता ने गुरेज से सुनवाई करते हुए।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। सूचना प्रौद्योगिकी का सदुपयोग कैसे न्यायपालिका के काम को आसान बनाते हुए पीड़ितों के लिए शीघ्र न्याय सुनिश्चित कर सकता है, इसका उदाहरण उत्तरी कश्मीर में एलओसी के साथ सटे गुरेज में देखने को मिला।
जम्मू-कश्मीर व लद्दाख हाईकोर्ट न्यायालय के वरिष्ठ न्यायमूर्ति संजीव कुमार गुप्ता ने गुरेज स्थित मुंसिफ अदालत से डिवीजन बेंच की कार्यवाही का संचालन करते हुए संबंधित मामलों की सुनवाई की। यह पहला अवसर है जब एलओसी के साथ सटे किसी क्षेत्र में हाई कोर्ट में दायर मामलों की सुनवाई हुई हो। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
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जानकारी के अनुसार, जम्मू-कश्मीर विधि सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष न्यायमूर्ति संजीव कुमार एनएएलएसए-2024 की बाल-अनुकूल योजना के संबंध में एक आधिकारिक दौरे पर गुरेज गए हुए थे। गत सोमवार को जम्मू-कश्मीर व लद्दाख हाईकोर्ट में न्यायमूर्ति संजीव कुमार गुप्ता और न्यायमूर्ति संजय परिहार की डिवीजन बेंच के समक्ष लगभग 50 मामले सुनवाई के लिए रख गए थे।
न्यायमूर्ति संजीव कुमार गुप्ता ने गुरेज स्थित मुंसिफ अदालत से ही वर्चुअल मोड पर सुनवाई की प्रक्रिया में शामिल हुए। संबंधित मामलों से जुडे जम्मू और श्रीनगर विंग के वकीलों ने भी वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अपने मामलों की पैरवी की। जम्मू विंग से 45 और कश्मीर विंग से पांच मामलों को डिजिटल प्लेटफार्म के माध्यम से सुना गया और सूची में शामिल सभी मामले निपटाए।
गुरेज से न्यायमूर्ति संजीव कुमार गुप्ता द्वारा हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच के मामलों की सुनवाई किए जाने से स्थानीय लोग उत्साहित हैं। न्यायूमर्ति के इस प्रयास से गुरेज स्थित मुंसिफ अदालत में वर्चुअल सुनवाई की सुविधा की उपलब्धता से स्थानीय लोग भी लाभान्वित होंगे। न्यायमूर्ति संजीव कुमार ने गुरेज में रहने वाले वकीलों, मुवक्किलों और रक्षाकर्मियों के लिए इस सेवा की उपयोगिता पर जोर दिया। |