Forgot password?
 Register now

माफिया अखिलेश दुबे के करीबियों पर एक्शन की तैयारी, दरबारी इंस्पेक्टर पर बर्खास्तगी की तलवार

Chikheang 2025-10-9 04:36:24 views 498

  

आरोपित माफिया अखिलेश दुबे (फाइल फोटो)  



जागरण संवाददाता, कानपुर: अधिवक्ता अखिलेश दुबे के दरबारी इंस्पेक्टर आशीष द्विवेदी पर अब बर्खास्तगी की तलवार लटकी है। विभागीय जांच में दोषी पाए गए निलंबित इंस्पेक्टर आशीष द्विवेदी को बुधवार को सेवा से बर्खास्त करने का नोटिस जारी किया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

लोगों को झूठे मुकदमे में फंसा वसूली करने वाले संगठित गिरोह की जांच एसआइटी कर रही है, जिसमें भाजपा नेता रवि सतीजा के शिकायती पत्र की भी जांच की थी। सतीजा ने तत्कालीन पुलिस आयुक्त अखिल कुमार और एसआइटी को बताया था कि अखिलेश दुबे ने 50 लाख की रंगदारी मांगी थी। रुपये न देने पर उसने साजिश के तहत उन पर पाक्सो समेत धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। उसके खिलाफ शिकायत लेकर तत्कालीन

पुलिस आयुक्त कार्यालय अखिल कुमार से मिलकर पूरा प्रकरण बताया और गुहार लगाई थी। तभी जैसे ही पुलिस आयुक्त कार्यालय से बाहर निकले तो जन शिकायत प्रकोष्ठ में उस समय रहा इंसपेक्टर आशीष द्विवेदी मिला। उसने कहा कि जिस बीमारी से आप पीड़ित हैं, उसका इलाज बस उन्हीं में शिकायत लेकर आए थे तो उस समय जन शिकायत प्रकोष्ठ में तैनात रहा इंस्पेक्टर आशीष द्विवेदी मिला था। वह उन्हें खुद अपने साथ अखिलेश दुबे (अखिलेश दुबे) के पास है।

इसके बाद जब वह खुद उन्हें अखिलेश दुबे के साकेत नगर स्थित कार्यालय ले गया। अखिलेश दुबे ने कहा कि एसआइटी के पास मामला नहीं पहुंचना चाहिए। वरना जीवनभर जेल में ही रहोगे। सतीजा ने बताया कि वह डरकर फिर पुलिस आयुक्त से मिले थे और मामला एसआइटी में न भेजने का आग्रह तक किया, लेकिन उन्हें आश्वासन दिया गया कि ऐसे मामलों में जांच होने दीजिए। इसके बाद जब एसआइटी ने जांच की तो अखिलेश दुबे समेत आरोपित दोषी निकले। अखिलेश व उसके सहयोगी लवी मिश्रा को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।

इसके बाद इंस्पेक्टर आशीष द्विवेदी को बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया था, लेकिन वह तब से गैर हाजिर हो गया, जिसके बाद उसे निलंबित कर दिया गया था। इसके बाद उसे व तीन सीओ संतोष सिंह, विकास पांडेय, ऋषिकांत शुक्ला, दो केडीए के तत्कालीन वीसी के पीए को बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस भेजा था, लेकिन दोनों पीए के अलावा बयान देने कोई नहीं पहुंचा।

इसी बीच मंगलवार को आइपीएस रघुबीर लाल कानपुर कमिश्नरेट के नए पुलिस आयुक्त बने। उन्होंने दूसरे दिन ही बुधवार को अखिलेश दुबे के खिलाफ चल रही जांच व साक्ष्यों समेत दस्तावेज मंगवाए। इसके बाद अखिलेश से साठगांठ कर उसे बचाने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई के अधिकारियों को निर्देश दिए। कार्रवाई के लिए निर्देश दिए गए। संयुक्त पुलिस आयुक्त अपराध-मुख्यालय विनोद कुमार सिंह ने बताया कि निलंबित इंस्पेक्टर आशीष द्विवेदी को सेवा बर्खास्तगी के लिए नोटिस जारी किया गया है।

यह भी पढ़ें- पहले तलवार से काटी पत्नी की गर्दन, फिर श्मशान ले गया शव; चिता पर लिटाते ही पहुंची पुलिस और फिर...
like (0)
ChikheangForum Veteran

Post a reply

loginto write comments

Related threads

Chikheang

He hasn't introduced himself yet.

8047

Threads

0

Posts

210K

Credits

Forum Veteran

Credits
24333
Random