सीमावर्ती इलाकों से नेपाल में बढ़ी आवाजाही। जागरण
जागरण संवाददाता, रक्सौल (पूर्वी चंपारण)। नववर्ष के स्वागत को लेकर नेपाल के प्रमुख पर्यटन स्थलों, सीमावर्ती शहरों और पर्वतीय इलाकों में होटल, बीयर बार और कैसिनो पूरी तरह सज-धज कर तैयार हैं।
खासकर भारतीय पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए विशेष पैकेज, सांस्कृतिक कार्यक्रम और मनोरंजन की व्यापक व्यवस्था की गई है। इसका असर यह है कि बिहार से बड़ी संख्या में लोग नववर्ष मनाने नेपाल का रुख कर रहे हैं।
होटल व्यवसायियों के अनुसार बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद सीमावर्ती जिलों से नेपाल आने वाले पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ी है। होटल संचालक राजू श्रेष्ठ और राजीव कार्की ने बताया कि नववर्ष के दौरान भारतीय पर्यटकों से अच्छी कमाई होती है। भोजन-पानी के साथ शराब और बीयर की बिक्री में भी भारी इजाफा होता है, जिससे पर्यटन व्यवसाय को बड़ा संबल मिलता है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
पहले कैसिनो की सुविधा काठमांडू और पोखरा तक सीमित थी, लेकिन पिछले तीन वर्षों में पर्सा और बारा जिले के आधा दर्जन से अधिक होटलों में कैसिनो शुरू हो गए हैं।
ये कैसिनो अब भारतीय पर्यटकों के लिए बड़े आकर्षण का केंद्र बन चुके हैं। वीरगंज और सिमरा स्थित होटल पूर्वी व पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, सीवान, छपरा, गोपालगंज, पटना और मुजफ्फरपुर जैसे जिलों से आसानी से पहुंच की सुविधा देते हैं।
पर्यटक सड़क और हवाई मार्ग दोनों से नेपाल पहुंच रहे हैं। हवाई मार्ग से एक घंटे के भीतर प्रमुख पर्यटन स्थलों तक पहुंच संभव है, जबकि सड़क मार्ग से नेपाल पहुंचने में करीब पांच से छह घंटे का समय लग रहा है। बीते एक सप्ताह से भारतीय वाहनों की लंबी कतारें नेपाल की ओर जाती देखी जा रही हैं।
अनुमान है कि नववर्ष के मौके पर नेपाल में शराब की बिक्री से सात से दस करोड़ रुपये तक का कारोबार हो सकता है। इससे नेपाल सरकार को पर्यटन और कर के रूप में अतिरिक्त राजस्व भी प्राप्त होगा। सीमा शुल्क कार्यालय के अनुसार अब तक चार हजार से अधिक भारतीय लग्जरी वाहन नेपाल में प्रवेश कर चुके हैं और यह संख्या लगातार बढ़ रही है। |
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