एच1-बी वीजा को लेकर भारतीयों को ऑनलाइन धमकियां बर्दाश्त नहीं (सांकेतिक तस्वीर)
आईएएनएस, वाशिंगटन। एच1-बी वीजा को लेकर इन दिनों काफी गहमागहमी के बीच भारत अमेरिकी समूह ने आनलाइन पोस्ट के जरिये भारतीयों पर किए जा रहे लक्षित हमलों पर चेतावनी देते हुए कहा कि इसके दूरगामी परिणाम हो सकते हैं।
समूह ने कहा कि इससे पहले कि तनाव और बढ़े, इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्मों और कानून प्रवर्तन एजेंसियों को इस पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
इंडियन अमेरिकन एडवोकेसी काउंसिल (आइएएसी) ने बयान जारी कर कहा कि हाल में ऑनलाइन बयानबाजी ने राजनीतिक बहस की सभी सीमाएं पार करते हुए उत्तेजना और आक्रामकता में बदल गई है, जिसके चलते समुदाय के सदस्यों पर खतरा बढ़ रहा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
ये महज राजनीति या मुखर बयानबाजी नहीं है, बल्कि इससे आक्रामकता बढ़ रही है और इसकी वजह से वास्तविक लोग खतरे में हैं।
समूह ने एफबीआइ और अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों को उस व्यक्ति पर हिंसा भड़काने का आरोप लगाते हुए उसकी सार्वजनिक गतिविधियों की जांच की मांग की है। इसमें किसी भी संभावित तालमेल, फंडिंग स्त्रोतों या नेटवर्क की भी जांच भी शामिल है, जो खतरे को बढ़ा सकते हैं।
काउंसिल ने इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म एक्स से भी हिंसा को बढ़ावा देनेवाली सामग्री को हटाने और बार-बार ऐसा करनेवालों के खातों को निलंबित करने का आग्रह किया। समूह ने कहा कि किसी जातीय समुदाय के खिलाफ धमकियां स्वीकार्य नहीं हैं। न तो ऑनलाइन और न कहीं और। |