मृत पुलिसकर्मी मंसूर आलम की फाइल फोटो।  
 
  
 
  
 
संवाद सूत्र, चंदवारा (कोडरमा)। कोडरमा जिले के चंदवारा स्थित पुलिस लाइन के निलंबित पुलिस चालक मंसूर आलम की आत्महत्या मामले ने पुलिस महकमे में हलचल मचा दी है।  
 
इस घटना में जिले के जयनगर थाना प्रभारी बबलू सिंह, डोमचांच थाना प्रभारी ओमप्रकाश यादव, सपही पिकेट प्रभारी रमेश मरांडी और एएसआई अरविंद हांसदा के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में चंदवारा थाना में रविवार को कांड संख्या 76/25 दर्ज की गई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
  
 
मंसूर पिछले तीन माह से निलंबित था। आरोप है कि ड्यूटी के दौरान लापरवाही और शराब सेवन के कारण उसे सस्पेंड किया गया था। आत्महत्या से पूर्व उसने एक वीडियो जारी कर आरोपित पुलिस अधिकारियों पर झूठा फंसाने और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का गंभीर आरोप लगाया था।  
 
वीडियो वायरल होते ही पुलिस मेन्स एसोसिएशन और अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने घटना को साजिश करार देते हुए दोषियों पर कार्रवाई की मांग की।  
 
  
 
इधर, मृतक की पत्नी ने भी निलंबन के बाद वेतन रोके जाने से उत्पन्न आर्थिक तंगी और मानसिक तनाव को आत्महत्या का प्रमुख कारण बताया था। उन्होंने भी रांची के बरियातू थाने में दिए बयान में संबंधित अधिकारियों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया था।  
 
कोई मामले पर एसपी अनुदीप सिंह ने कहा था कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी और दोषी पाए जाने पर किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।  
 
ज्ञात हो कि मंसूर आलम ने गत मंगलवार (30 सितंबर) को सल्फास खाकर जान देने का प्रयास किया था। इलाज के दौरान बुधवार (1अक्टूबर)को रिम्स, रांची में उसकी मौत हो गई थी। |