सुप्रीम कोर्ट स्थित दिल्ली मेट्रो संग्रहालय का उदघाटन के दौरान मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता। जागरण
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली में विकसित हुआ मेट्रो नेटवर्क केवल एक परिवहन व्यवस्था नहीं, बल्कि आधुनिक भारत की इंजीनियरिंग क्षमता, योजनाबद्ध शहरी विकास और सार्वजनिक सुविधाओं की सफलता की कहानी है।
इसी यात्रा को सहेजने और आमजन के सामने प्रस्तुत करने के उद्देश्य से सुप्रीम कोर्ट मेट्रो स्टेशन पर ‘दिल्ली मेट्रो संग्रहालय’ की स्थापना की गई है। यह संग्रहालय दिल्ली मेट्रो के संघर्ष, नवाचार और उपलब्धियों को रोचक एवं शिक्षाप्रद तरीके से दर्शाता है। दिल्ली मेट्रो संग्रहालय का उद्घाटन मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने किया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
संग्रहालय में दिल्ली मेट्रो के निर्माण से जुड़ी तकनीकी जानकारियों, भूमिगत सुरंगों के विकास, अत्याधुनिक मशीनों और सुरक्षा मानकों को विस्तार से समझाया गया है। टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) के माध्यम से सुरंग निर्माण की प्रक्रिया को चित्रों और माडलों के जरिए दर्शाया गया है, जिससे दर्शक मेट्रो के जटिल निर्माण कार्य को सरलता से समझ सकते हैं।
मेट्रो परियोजना में हरित तकनाक पर जोर
यहां एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन को विशेष रूप से प्रदर्शित किया गया है, जो तेज, सुरक्षित और विश्वस्तरीय परिवहन सेवा का उदाहरण है। इसके अलावा मेट्रो परियोजना में अपनाई गई हरित तकनीक, ऊर्जा संरक्षण उपायों और पर्यावरण संतुलन पर दिए गए ध्यान को भी प्रमुखता से दिखाया गया है।
संग्रहालय में एक आकर्षक सेल्फी प्वाइंट और सिमुलेटर भी बनाया गया है, जहां आगंतुक मेट्रो ट्रेन चलाने का अनुभव प्राप्त कर सकते हैं। यह बच्चों, युवाओं और पर्यटकों के लिए खास आकर्षण का केंद्र बन रहा है। साथ ही दिल्ली मेट्रो के सामाजिक प्रभाव, यातायात में आई कमी और प्रदूषण नियंत्रण में योगदान को भी रेखांकित किया गया है।
म्यूजियम के प्रमुख आकर्षणों में \“\“\“\“मेट्रोमैन\“\“\“\“ डा. ई. श्रीधरन पर समर्पित पैनल, एक मॉक मेट्रो सुरंग और आपरेशन कंट्रोल सेंटर का माडल शामिल है। यह म्यूजियम लगभग 12,000 वर्ग फुट क्षेत्र में फैला हुआ है और इसे दुनिया के बेहतरीन मेट्रो संग्रहालयों की तर्ज पर डिज़ाइन किया गया है। इसे आधुनिक प्रदर्शन प्लेटफार्म और संवादात्मक अनुभवों से सुसज्जित किया गया है।
पहले चरण में यहां 50 से अधिक पैनल, प्रदर्शनी, कियोस्क और माडल स्थापित किए गए हैं।
कल से जनता क लिए खुलेगा संग्रहालय
मेट्रो म्यूजियम 19 दिसंबर 2025 से जनता के लिए खुला रहेगा, जिसका समय सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक होगा। यह मंगलवार से रविवार तक खुला रहेगा, जबकि सोमवार और सार्वजनिक अवकाशों पर बंद रहेगा। प्रवेश शुल्क केवल 10 रुपये प्रति व्यक्ति निर्धारित किया गया है।
सुप्रीम कोर्ट स्थित दिल्ली मेट्रो संग्रहालय का उदघाटन करने के बाद मेट्रो सेल्फी प्वांइट पर मोबाइल फोन से फोटो खीचती दर्शक। जागरण
पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के सहयोग को सराहा
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने दिल्ली मेट्रो म्यूजियम का उद्घाटन अवसर पर कहा कि मेट्रो ने दिल्ली की सड़कों पर निजी वाहनों की संख्या कम करने और प्रदूषण नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मुख्यमंत्री ने मेट्रो टीम को बधाई दी और उल्लेख किया कि जब देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने दिल्ली मेट्रो की योजना को मंजूरी दी थी, उस समय किसी को विश्वास नहीं था कि भारत में मेट्रो इतनी सफल होगी।
इस म्यूजियम में भारत की सबसे उन्नत शहरी परिवहन प्रणाली, दिल्ली मेट्रो, के 30 वर्षों के सफर को जीवंत रूप में प्रदर्शित किया गया है। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी के मेट्रो-विजन को याद करते हुए कहा कि आज राजधानी में लगभग 400 किलोमीटर का मेट्रो नेटवर्क है, 289 स्टेशन हैं और प्रतिदिन 35-37 लाख यात्री मेट्रो का उपयोग करते हैं।
इस उपलब्धि ने दिल्ली में यात्रा और जीवन को आसान बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इस दौरान दिल्ली के परिवहन मंत्री डाक्टर पंकज कुमार सिंह भी उपस्थित रहे। |