अपनी लग्जरी कार के साथ अनुराग द्विवेदी। इंटरनेट मीडिया
संवाद सूत्र, नवाबगंज (उन्नाव)। आय से अधिक संपत्ति मामले में फैंटेसी क्रिकेट प्लेटफार्म ड्रीम इलेवन के प्रमोटर व कंटेट क्रिएटर अनुराग द्विवेदी के अजगैन के भितरेपार खजूर गांव स्थित घर व नवाबगंज कस्बे में हार्डवेयर दुकान और मेडिकल स्टोर पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की 16 सदस्यीय टीम ने बुधवार सुबह छापा मारा। उनके चाचा के घर पर भी ईडी ने पहुंचकर जांच की। इस दौरान सीआरपीएफ के जवानों ने किसी को भी आसपास फटकने नहीं दिया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
पूरी कार्रवाई को गोपनीय रखा गया। ग्रामीणों के अनुसार अनुराग द्विवेदी ने लगभग 20 दिन पहले दुबई के एक क्रूज में अपनी शादी की। मेहमानों में गांव व नवाबगंज कस्बा के 30 लोग भी शामिल हुए। अनुराग सभी को अपने खर्चे पर दुबई ले गया और उनके लौटने का भी प्रबंध किया। चर्चा भारत से दुबई तक आनलाइन सट्टा कारोबार की भी है।
प्रवर्तन निदेशालय की टीम बुधवार सुबह लगभग छह बजे 10 वाहनों से ग्राम भितरेपार खजूर निवासी पूर्व प्रधान लक्ष्मीनाथ द्विवेदी के बेटे अनुराग द्विवेदी के घर व नवाबगंज कस्बा में रहने वाले उनके चाचा पप्पू द्विवेदी के घर पहुंची। 16 सदस्यीय टीम दो भाग में बंट गई। तीन वाहनों से टीम सीधे उसके पैतृक घर पहुंची। टीम ने घर के सदस्यों को अंदर रहने की हिदायत देकर बाहर से गेट बंद करा दिया। यहां एक सीआरपीएफ का जवान तैनात कर दिया गया। उसने किसी को भी पास आने नहीं दिया। नवाबगंज स्थित चाचा पप्पू द्विवेदी के आवास में ताला लगा मिलने पर सीआरपीएफ जवानों ने वहीं डेरा डाल दिया।
दोपहर लगभग 12 बजे चाचा पप्पू आए और घर का ताला खोला। इसके बाद टीम उनके साथ अंदर जाकर जांच करने लगी। टीम ने मीडिया से दूरी बनाए रखी। फोटोग्राफी करने से भी मना कर दिया। देर शाम तक टीम छापेमारी करती रही। चर्चा है कि टीम जरूरी कागजातों के साथ मोबाइल और इलेक्ट्रानिक डिवाइस की भी जांच कर रही है। टीम ने अनुराग के लखनऊ स्थित फ्लैट पर भी छापेमारी की है। सीओ हसनगंज अरविंद चौरसिया ने बताया कि सीआरपीएफ के साथ सेंट्रल की एक जांच एजेंसी ने अनुराग द्विवेदी व उसके चाचा पप्पू के घर छापेमारी की है। इस कार्रवाई में केंद्रीय टीम ने पुलिस की कोई मदद नहीं ली।
क्या है ड्रीम इलेवन और कैसे होता संचालित
एआइ के मुताबिक ड्रीम इलेवन भारत का एक लोकप्रिय फैंटेसी स्पोर्ट्स प्लेटफार्म है। जहां यूजर्स असली खिलाड़ियों को चुनकर अपनी वर्चुअल टीम बनाते हैं और लाइव मैच के दौरान उनके वास्तविक प्रदर्शन के आधार पर अंक कमाते हैं। इस तरह वे प्रतियोगिता जीत कर इनाम के रूप में मोटी रकम कमाते हैं। मुख्य रूप से क्रिकेट, फुटबाल, कबड्डी जैसे खेलों के लिए यह प्लेटफार्म है। यूजर रजिस्ट्रेशन मोबाइल नंबर व ईमेल से एप या वेबसाइट पर अकाउंट बनाता है। पहचान सत्यापन के लिए केवाईसी जरूरी होता है। इसके बाद आगामी लाइव मैचों की सूची प्लेटफार्म पर आती है। यूजर किसी एक मैच को चुनता है। 11 खिलाड़ी की टीम बनती है। अलग-अलग टीमों के खिलाड़ियों का चयन कर कप्तान और उप-कप्तान तय किए जाते हैं। कुछ कांटेस्ट मुफ्त होते हैं, जबकि कुछ में एंट्री फीस लगती है। खिलाड़ी के रन, विकेट, कैच, गोल आदि वास्तविक प्रदर्शन पर अंक मिलते हैं। मैच खत्म होने पर कुल अंकों के आधार पर रैंक तय होती है। जीतने पर रकम वालेट में आती है, जिसे बैंक खाते में ट्रांसफर किया जा सकता है। जानकार बताते हैं कि इसे मनोरंजन की तरह खेलें, निवेश की तरह नहीं। इसमें हार और जीत दोनों संभव है।
दुबई के क्रूज में खुद की शादी के बाद चर्चा में आए
करीबियों ने बताया कि लगभग 20 दिन पहले दुबई में एक क्रूज में अनुराग ने अपनी शादी की। बालीवुड की कुछ हस्तियां व क्रिकेटर भी शामिल हुए थे। कस्बे से पहुंचे 30 लोग शादी में शामिल हुए। उनके आने-जाने की हवाई टिकट व अन्य खर्चे खुद अनुराग ने वहन किए। दुबई से लौटे लोगों ने उसकी शोहरत की चर्चा आम कर दी।
साइकिल से चलने वाले अनुराग ने अर्जित की अकूत संपत्ति
स्थानीय लोगों के अनुसार अनुराग यू-टूबर भी है। आइपीएल मैच में आनलाइन टीम बनाकर करोड़ों का व्यवसाय करते हैं। सट्टा कारोबार के भी उन पर आरोप लगते रहे हैं। उनकी लाखों की फ्रैंड्स फालोइंग है। लगभग आठ साल से अनुराग यह कार्य कर रहे हैं। पहले अनुराग खुद रुपये लगाते थे, फिर ड्रीम इलेवन के लिए टीम बनाकर लोगों को रुपये लगाने और मोटी कमाई के लिए उकसाने लगे। कभी साइकिल से चलने वाले अनुराग ने इन आठ वर्षों में अकूत संपत्ति अर्जित कर ली। अनुराग ने नगर पंचायत को गरीबों की मदद के लिए एंबुलेंस भी दी थी और हर साल गर्म वस्त्रों का वितरण भी कराता है।
बैंक खाते बंद कर एक साल पहले चले गए थे दुबई
चर्चा है कि प्रवर्तन निदेशालय के निशाने पर आने पर अनुराग अपने स्थानीय बैंक खातों को बंद कर लगभग एक साल पहले दुबई चले गए थे। तब से वहीं रह रहे थे। करीबियों के अनुसार अनुराग अपने यू-ट्यूब चैनल के जरिये भी युवाओं को जोड़कर अपनी टीम बनाता था। उस पर रुपये लगवाकर मोटी कमाई का लालच देता था। युवा इसमें फंसकर लाखों रुपये बर्बाद कर रहे हैं। चर्चा यह भी है कि नवाबगंज क्षेत्र के आसपास गांव के करीब 200 युवाओं के खातों में अपने प्लेटफार्म से कमाए रुपये भेजे, फिर उन्हें कुछ कमीशन देकर निकाल लिए। इसकी भी जांच चल रही है। कई युवाओं को खाते बंद भी कराए गए हैं।
कई बोगस कंपनियां बनाकर रुपये का किया लेनदेन
करीबी बताते हैं कि अनुराग ने 12 से अधिक बोगस कंपनी बनाई। जिनके जरिए उसने बड़े पैमाने पर रुपयों का लेनदेन किया। हालांकि कंपनी कहां है, इसका कोई पता नहीं है। जीएसटी टीमें कंपनियों की जांच कर रही हैं।
महंगी कारों का शौकीन है अनुराग
अनुराग महंगी कारों का शौकीन है। उसने तीन करोड़ से अधिक कीमत की एक लग्जरी कार खरीदी थी। जिसका उसने उन्नाव एआरटीओ में रजिस्ट्रेशन कराया था। करीबी बताते हैं कि वीआइपी नंबर लेने के लिए उसने तीन से चार लाख रुपये खर्च किए थे। उसने बीएमडब्ल्यू भी उन्नाव रजिस्ट्रेशन नंबर से ले रखी है।
दुबई शादी में गए लोगों के बैंक खातों पर भी ईडी की नजर
सूत्र बताते हैं कि अनुराग जिन लोगों को अपनी शादी में दुबई ले गया था, अब वह भी ईडी के निशाने पर हैं। ईडी यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इन लोगों के खातों से भी अनुराग ने कोई बड़ा लेनदेन तो नहीं किया। |