पुलिस की गिरफ्त में आरोपित बलराम उर्फ गोलू सेन। (इनसेट - मृतका गीता गोस्वामी)
डिजिटल डेस्क, भोपाल। प्रदेश के नर्मदापुरम शहर में अमर चौक के पास किराये के मकान में 12 दिसंबर को फंदे पर लटका मिला 36 वर्षीय गीता गोस्वामी का शव अब एक सनसनीखेज हत्या की कहानी बनकर सामने आया है। प्रथमदृष्टया आत्महत्या लग रहे इस मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू की थी, लेकिन संदेह की सुई कहीं और इशारा कर रही थी। पांच दिन की गहन पड़ताल के बाद पुलिस ने इस रहस्यमय मौत का पर्दाफाश कर दिया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
शव को लटकाकर भागा प्रेमी
जांच में खुलासा हुआ कि गीता की हत्या किसी और ने नहीं, बल्कि उसके लिव-इन पार्टनर बलराम उर्फ गोलू सेन ने ही की थी। हत्या के बाद आरोपित ने सुसाइड का रूप देने के लिए साड़ी का फंदा बनाकर शव को लटका दिया और मौके से फरार हो गया। पुलिस ने बलराम को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
गले के निशान बने कड़ी
पुलिस को महिला के शव के गले पर काले निशान मिले थे, जिससे संदेह गहराया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी हत्या की पुष्टि हुई। इसके बाद दो विशेष जांच टीमों का गठन किया गया। मौके से मिले साक्ष्य, स्वजनों के बयान और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस आरोपी तक पहुंची। सख्ती से पूछताछ में बलराम ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
यह भी पढ़ें- छिंदवाड़ा में शासकीय अस्पताल के शौचालय में मिला नवजात का शव, कमोड में फंसा था, निकालने में लगे 7 घंटे
तीन-चार साल से लिव-इन में रह रहे थे
जांच में सामने आया कि गीता गोस्वामी और बलराम सेन पिछले तीन-चार वर्षों से लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे थे। आरोपी का महिला के घर आना-जाना था, जिसकी जानकारी स्वजनों और स्थानीय लोगों को भी थी। इन्हीं तथ्यों के आधार पर पुलिस ने जांच की दिशा तय की।
पहले भी कर चुका था हत्या का प्रयास
आरोपित ने कबूल किया कि लिव-इन के दौरान दोनों के बीच आए दिन विवाद और मारपीट होती थी। तनाव से परेशान होकर वह गीता से छुटकारा पाना चाहता था और लंबे समय से हत्या की योजना बना रहा था। वारदात की रात गीता घर में अकेली थी। इसी का फायदा उठाकर बलराम ने कलावा के धागे से उसका गला घोंट दिया। हत्या छिपाने के लिए उसने साड़ी से फंदा बनाकर शव लटका दिया, ताकि मामला आत्महत्या लगे।
मौके पर मिले सबूत और स्वजनों के बयान के आधार पर आरोपी की पहचान हुई। आरोपी को गिरफ्तार करने बाद पूछताछ में उसने जुर्म करना स्वीकार कर लिया। आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
- जितेंद्र पाठक, एसडीओपी, नर्मदापुरम |