सांकेतिक तस्वीर
जागरण संवाददाता, पटना। उत्तर भारत में छाए घने कोहरे का व्यापक असर रेल परिचालन पर भी देखने को मिल रहा है। कोहरे के कारण दृश्यता कम होने से पटना आने वाली कई लंबी दूरी की ट्रेनें घंटों विलंब से चल रही हैं, जिससे यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और पश्चिमी भारत से आने वाली अधिकांश ट्रेनें अपने निर्धारित समय से काफी देर से पटना पहुंच रही हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
रेलवे सूत्रों के अनुसार, कोहरे के चलते ट्रेनों की रफ्तार नियंत्रित रखनी पड़ रही है। सुरक्षा मानकों के तहत लोको पायलटों को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं, जिसके कारण कई स्थानों पर ट्रेनों को धीमी गति से चलाया जा रहा है। इसका सीधा असर समय-सारिणी पर पड़ा है और पटना जंक्शन, दानापुर, राजेंद्रनगर टर्मिनल समेत आसपास के प्रमुख स्टेशनों पर यात्रियों की भीड़ बढ़ गई है।
दिल्ली से पटना आने वाली राजेन्द्र नगर तेजस राजधानी एक्सप्रेस दो घंटे 40 मिनट विलंब से पटना पहुंची। वहीं, ब्रह्मपुत्र मेल नौ घंटे विलंबित रही। फरक्का एक्सप्रेस दो घंटे विलंबित रही। अन्नया एक्सप्रेस ढाई घंटे लेट से पटना पहुंची।
भटिंडा से आने वाली फरक्का एक्सप्रेस सात घंटे विलंब से पटना पहुंची। विक्रमशिला एक्सप्रेस तीन घंटे विलंबित रही। आनंद बिहार टर्मिलन से मधुपुर को जाने वाली बाबा वैद्यानाथ धाम हमसफर एक्सप्रेस चार घंटे से अधिक विलंब से पहुंची। प्रयागराज से हावड़ा जाने वाली विभूति एक्सप्रेस 6:30 घंटे विलंबित रही।
इसके साथ ही कई प्रमुख ट्रेनें दो से छह घंटे तक विलंब से पहुंच रही हैं। वहीं, कुछ ट्रेनों का ठहराव बीच के स्टेशनों पर अधिक समय तक करना पड़ रहा है। इससे यात्रियों को ठंड के मौसम में प्लेटफार्म पर इंतजार करना पड़ रहा है, जिससे बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों को खासा परेशानी हो रहा है।
यात्रियों ने बताया कि लंबी दूरी की यात्रा के दौरान खाने-पीने और समय पर गंतव्य तक पहुंचने की समस्या बढ़ गई है। कई यात्रियों को अपने आगे के सफर की कनेक्टिंग ट्रेनें और बसें भी छूट गईं।
हालांकि, रेलवे की ओर से अनाउंसमेंट सिस्टम के माध्यम से यात्रियों को ट्रेनों की स्थिति की जानकारी दी जा रही है। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि यात्रा पर निकलने से पहले संबंधित ट्रेन की वास्तविक स्थिति की जानकारी जरूर प्राप्त करें। साथ ही कोहरे की स्थिति सामान्य होने तक रेल परिचालन पर इसका असर बने रहने की संभावना जताई गई है। |