आयोजन निश्चित रूप से भविष्य में भी स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार में सहायक सिद्ध होगा।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। जिले में रविवार को सभी शहरी एवं ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर मुख्यमंत्री आरोग्य मेला आयोजित किया गया। इस अवसर पर दो हजार से अधिक लोगों को निःशुल्क स्वास्थ्य जांच, दवाएं, विशेषज्ञ परामर्श एवं स्वास्थ्य संबंधी जानकारी उपलब्ध कराई गई। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप चौधरी ने दी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
डॉ. चौधरी ने बताया कि मुख्यमंत्री आरोग्य मेले का उद्देश्य ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के लोगों को एक ही स्थान पर समस्त प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है। इस मेले में चार शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर नेत्र जांच शिविरों का आयोजन भी किया गया, जहां आंखों से संबंधित समस्याओं की जांच एवं परामर्श दिया गया।
मुख्यमंत्री आरोग्य मेला के नोडल अधिकारी और अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय राय ने बताया कि राष्ट्रीय अंधता निवारण कार्यक्रम के तहत निःशुल्क मोतियाबिंद ऑपरेशन हेतु स्क्रीनिंग कैंप हेरिटेज मेडिकल कॉलेज, इंद्रा हॉस्पिटल, बिरला हॉस्पिटल सहित चार शहरी पीएचसी में लगाया गया। इस कैंप में कुल लगभग 250 लोगों की स्क्रीनिंग की गई, जिसमें से 67 मरीज निःशुल्क मोतियाबिंद के लिए चिन्हित किए गए। इन मरीजों को भर्ती कर उनका निःशुल्क ऑपरेशन किया जाएगा।
मेले में सामान्य बीमारियों के उपचार के साथ-साथ आयुष्मान कार्ड बनवाने, परिवार नियोजन सेवाएं तथा विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं की जानकारी भी प्रदान की गई। इसका उद्देश्य आमजन को सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं का अधिकतम लाभ दिलाना है। मेले में बुखार, सर्दी-खांसी, पेट दर्द, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, लीवर एवं अन्य सामान्य बीमारियों की जांच व दवाएं उपलब्ध कराई गईं। इसके साथ ही स्वच्छता, पोषण, टीकाकरण तथा डेंगू, मलेरिया, टीबी जैसी बीमारियों से बचाव संबंधी जानकारी भी दी गई।
गर्भवती महिलाओं के लिए परामर्श, परिवार नियोजन सुविधाएं जैसे ‘अंतरा’ और ‘छाया’ भी मेले का हिस्सा रहीं। इसके अलावा नेत्र जांच और आयुष्मान कार्ड बनवाने की प्रक्रिया को भी सरल बनाया गया, ताकि अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठा सकें।
मुख्यमंत्री आरोग्य मेला का आयोजन स्वास्थ्य विभाग द्वारा किया गया था, जिसमें स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने सक्रिय भागीदारी निभाई। इस मेले के माध्यम से लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया गया है। डॉ. चौधरी ने बताया कि इस प्रकार के मेले भविष्य में भी आयोजित किए जाएंगे, ताकि स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ सभी वर्गों तक पहुंच सके।
इस आयोजन ने न केवल स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाया, बल्कि लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता भी बढ़ाई। मेले में उपस्थित लोगों ने इस पहल की सराहना की और इसे स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। मुख्यमंत्री आरोग्य मेला ने वाराणसी जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने और लोगों को निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। |