कांग्रेस के सांसद सुखजिंदर रंधावा व पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह।
जागरण संवाददाता, अमृतसर । पंजाब के उप-मुख्यमंत्री व सांसद सुखजिंदर रंधावा ने पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के उस बयान को सही कहा है, जो उन्होंने बीते दिन दिया। एक एजेंसी को इंटरव्यू देते हुए सुखजिंदर रंधावा ने कैप्टन अमरिंदर सिंह के कांग्रेस के दिनों को याद किया और उन्हें दोस्तों का दोस्त व कुशल राजनेता बताया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सुखजिंदर रंधावा ने कहा- कैप्टन अमरिंदर सिंह सैकुलर भी हैं, एडमिनिस्ट्रेटर भी हैं और स्टेट फार्वड भी हैं। हर किसी में कोई ना कोई कमी होती है। जहां उनमें बहुत ज्यादा प्लस पॉइंट होते हैं, एक आध माइनस भी होता है। कुल मिलाकर कैप्टन अमरिंदर में पॉजिटिव पॉइंट रहे हैं। जो भी उन्होंने बीते दिन इंटरव्यू में कहा, वे ठीक कहा।
कैप्टन की एक बात है कि उनके दिल में होता है, वही जुबान पर होता है। पता नहीं क्या हुआ कि हमारी दोनों की बनती भी बहुत थी, मुझे पता नहीं कि मेरी व कैप्टन साहिब की किस बात पर बिगढ़ गई। उसके बाद हम इकट्ठे भी नहीं हुए।
इंटरनल डेमोक्रेसी में छूट से कांग्रेस को पहुंचा नुकसान
सुखजिंदर रंधावा ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जो भी कहा, ठीक कहा है। कांग्रेस में नुकसान इसलिए भी है कि पार्टी की इंटरनल डेमोक्रेसी को पूरी तरह छूट दे दी गई। डिसिप्लिन चाहिए, लेकिन इतना भी नहीं चाहिए, जितना बीजेपी का है कि जुबान ही बंद कर दो।
बीजेपी जिस तरह से चल रही है, ये आने वाले समय में देश के लिए खतरनाक है। जिस पार्टी में डेमोक्रेसी खत्म हो जाए और पूर्ण डिक्टेटरशिप आ जाए, वे पार्टी बहुत देर तक सरवाइव नहीं करती। हमने तो 70 साल निकाल लिए, अब देखना है कि इनका क्या हाल होता है।
पंजाब ने दो बड़े लीडर खो दिए
पंजाब व पूरे देश की पॉलीटिक्स अलग है। पंजाब में लीडर को पसंद किया जाता है। बदलकिस्मती से पंजाब में दो बहुत बड़े लीडर थे, एक प्रकाश सिंह बादल व दूसरा कैप्टन अमरिंदर सिंह। प्रकाश सिंह बादल तो रहे नहीं, लेकिन कैप्टन अमरिंदर सिंह ने गलत रास्ता ले लिया।
रंधावा के अनुसार, उस समय जो कैप्टन अमरिंदर सिंह ने डिसीजन लिया, वे गलत था। कैप्टन अमरिंदर सिंह जब भी बने, उन्हें कांग्रेस ने ही बनाया। जब जब इन्होंने कांग्रेस छोड़ी है, वे एमएलए भी नहीं बन पाए।
कैप्टन दुश्मनों के पक्के दुश्मन हैं
रंधावा बोले कि महारानी परनीत कौर जब भी सांसद बनी, कांग्रेस की टिकट पर ही बनी हैं। आज भी कैप्टन अमरिंदर सिंह की रिस्पैक्ट करता हूं। एक पुरुष की तरह वह जुबान वाले हैं और किसी के साथ खड़े होने वाले भी हैं। वो पॉलीटिकल कम हैं, दोस्तों के दोस्त हैं और दुश्मनों के पक्के दुश्मन हैं।
जानें क्या कहा था कैप्टन अमरिंदर सिंह ने
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने हालिया इंटरव्यू में कांग्रेस को अधिक लोकतांत्रिक बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हाईकमान नेताओं से सलाह लेता था, जबकि बीजेपी में दिल्ली से फैसले हो जाते हैं बिना जमीनी नेताओं की राय के।
कांग्रेस से हटाए जाने का दर्द आज भी है, लेकिन वापसी का सवाल ही नहीं उठता। सोनिया गांधी की मदद करेंगे, पर राजनीतिक रूप से नहीं। पंजाब कांग्रेस में नौ सीएम पद के दावेदार हैं, लेकिन किसी का भविष्य नहीं। उन्होंने नवजोत सिंह सिद्धू और उनकी पत्नी नवजोत कौर सिद्धू को अस्थिर करार दिया।
सिद्धू दंपति झूठ बोल रहे हैं, कांग्रेस को उन्हें पार्टी से निकाल देना चाहिए। सिद्धू को क्रिकेट कमेंट्री पर लौटना चाहिए। कांग्रेस को अच्छी तरह समझते हैं और पंजाब में बीजेपी-शिरोमणि अकाली दल गठबंधन ही मजबूत सरकार बना सकता है। |