काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के स्थापना दिवस के चौथे वर्षगांठ के अवसर पर मैदागिन से निकली शोभायात्रा में उमड़ी भीड़। जागरण
जागरण संवाददाता, वाराणसी। काशी पुराधिपति की नगरी में शनिवार को उल्लास था, बैंड की धुन, डमरुओं का निनाद, श्ंखनाद की गूंज के बीच हर-हर महादेव, भारत माता की जय का उद्घोष के बीच शक्ति के संसार का उजास था। होता भी क्यों नहीं, बाबा विश्वनाथ के नव्य-भव्य धाम के लोकार्पण की चौथी वर्षगांठ जो थी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के स्थापना दिवस के चौथे वर्षगांठ के अवसर पर मैदागिन से निकली शोभायात्रा में महिला क्रिकेट विश्वकप 2025 के थीम पर सजी झांकी में भारतीय महिला क्रिकेट खिलाड़ी के रूप में सजी छात्राएं। जागरण
बाबा धाम के नव्य स्वरूप की स्थापना का चौथा वर्ष पूर्ण होने पर राज्य संस्कृति विभाग व शिव बारात समिति के संयुक्त तत्वावधान में हरिश्चंद्र डिग्री कालेज से डेढ़सी पुल तक निकली भव्य शोभायात्रा मेंं पूरी काशी मानों सड़कों पर उतर आई थी।
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के स्थापना दिवस के चौथे वर्षगांठ के अवसर पर मैदागिन से निकली शोभायात्रा में बाबा की झांकी। जागरण
नारी शक्ति को समर्पित इस शोभायात्रा में मां दुर्गा ने नौ रूपों की झांकी, मां वैष्णों देवी की अखंड ज्याेति जहां श्रद्धा का उजास फैला रही थी, वहीं रानी अहिल्या बाई होल्कर, काशी की बेटी महारानी लक्ष्मी बाई, दुर्गा दीदी, रानी पद्मावती आदि की झांकियां नारी शक्ति का गौरवमयी इतिहास बता रही थीं।
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के स्थापना दिवस के चौथे वर्षगांठ के अवसर पर मैदागिन से निकली शोभायात्रा में माता काली के रूप में सजी कलकर। जागरण
आपरेशन सिंदूर के दौरान आधिकारिक रिपोर्ट देने वाली कर्नल सोफिया कुरैशी व विंग कमांडर व्योमिका सिंह का साहस दुनिया को भारतीय नारी की वीरता का बखान था तो विश्व विजेता भारतीय महिला क्रिकेट टीम की झांकी देश की बेटियों के लिए प्रेरणा का आख्यान था। बाबा विश्वनाथ के कई रूपों की झांकी ने आस्था जगाई। रोपवे के हिंडोला ने काशी का विकास दिखाया तो वृंदावन की झांकी ने योगिराज का रास रचाया।
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के स्थापना दिवस के चौथे वर्षगांठ के अवसर पर मैदागिन से निकली शोभायात्रा में महादेव व माता पार्वती के रूप में सजे कलाकार। जागरण
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शोभायात्रा में नगर की 55 महिला संस्थाओं की भागीदारी ने नारी शक्ति का वैभव दिखाया तो तो एक दर्जन से ज्यादा बैंड-बाजे, ढोल-नगाड़े, ताशे, डमरू दल और दो दर्जन से अधिक झांकियों ने उत्साह का वातावरण बनाया। अग्रवाल समाज, मारवाड़ी समाज, स्वर्णकार समाज, जायसवाल समाज, साहू समाज, गुजराती समाज, मराठा समाज, केशरवानी समाज, खत्री समाज ने न सिर्फ भागीदारी की, बल्कि जगह-जगह शोभा यात्रा में शामिल लोगों के लिए पानी शरबत के स्टाल भी लगाए। पूरे मार्ग में हर-हर महादेव के उद्घोष संग पुष्प वर्षा ने इस लोक महोत्सव को शिव उत्सव के रंग से सराबोर कर दिया था। |