वृंदावन में Dharmendra की प्रार्थना सभा में मौजूद सांसद Hema Malini। जागरण
जागरण संवाददाता, मथुरा। अपनी अदाकारी से सबको कायल बनाने वाले फिल्म जगत के ही-मैन सबके कितने चहेते थे, प्रार्थना सभा में उमड़ी भीड़ ने बता दिया। ब्रजवासियों ने अपने अभिनेता के चित्र पर पुष्प चढ़ाए तो चेहरे पर उदासी ने बता दिया कि उन्होंने क्या खोया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
पति के निधन पर सांसद हेमा मालिनी भी भावुक हो गईं। हाथ में माइक था और आंखों में आंसू। आंसुओं ने दिल की बात कह दी कि धरम पाजी बिना सब कुछ सूना है। 24 नवंबर को मुंबई में फिल्म अभिनेता धर्मेंद्र का निधन हो गया था।
शनिवार को छटीकरा मार्ग स्थित श्रीकृष्ण जन्माष्टमी आश्रम के सभागार में प्रार्थना सभा में उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। धर्मेंद्र के जीवन पर आधारित शार्ट फिल्म भी दिखाई दी। उसे देख यहां मौजूद लोग भावुक हो गए और धर्मेंद्र की यादों में खो गए।
प्रार्थनासभा में सांसद हेमामालिनी भावुक हो गईं। अभिनेता धर्मेंद्र को याद करते हुए सांसद हेमामालिनी ने कहा धरमजी क बिना जीवन अधूरा ही रहेगा।
अभिनेता धर्मेंद्र की तस्वीर पर पुष्प अर्पित करतीं हेमा मालिनी।
वे मेरे लिए सबकुछ थे, उन्होंने जिस तरह मेरा साथ दिया, मेरे परिवार का साथ दिया, भुलाया नहीं जा सकता। उनकी हंसी लोगों को मुग्ध करके आकर्षित कर लेती थी। आठ दिसंबर को धरमजी का जन्मदिन था, हमने तो उनके बिना जन्मदिन मनाया।
सांसद हेमामालिनी ने कहा जितना प्यार, सम्मान मिला वह एक ही अभिनेता थे धर्मेंद्र। जिनके लिए सब लोगों के दिल में प्यार व अपनापन था। धर्मेंद्रजी ने अपने जीवन में सबकुछ हासिल किया। उन्होंने अपने अभिनय से लोंगों को बहुत प्रभावित किया।
वे अभिनेता तो थे ही एक अच्छे मित्र भी थे। उनकी सुंदर मुस्कान और आकर्षित व्यक्तित्व हमें अब देखने को नहीं मिलेगा। में तो हमेशा उन्हें भूल नहीं पाऊंगी। उनका जाना मेरे लिए तो बहुत दुख की घड़ी है। मै तो सोच भी नहीं सकती हूं, उनके बिना कैसे मेरा जीवन गुजरेगा।
कहा कई बार मन ही मन मैं अपने भाग्य के बारे में सोचकर खुश भी होती हूं, आश्चर्य भी होता है। जिस व्यक्ति के साथ कई फिल्मों में प्रेम का अभिनय किया। देखते ही देखते मैं उनकी जीवन साथी भी बन गई। बहुत परिस्थितियों से जूझते हुए हम साथ आए।
वे मेरे लिए प्रेरणास्तंभ बनकर मेरे साथ रहे। मेरे हर निर्णय में उनकी सहमति थी। दोनों बेटियां ईशा व आहना दोनों को पिता का वात्सल्य बहुत मिला। समय आने पर उनकी शादी करवाई। हमारे पांच धेवते हैं।
उन्हें देखकर बहुत खुश होते और कहते देखो हमारी फुलवारी कितनी सुंदर और सफल है। इनकी देखभाल हमेंशा करना। मेरी मां समेत पूरे परिवार को भी धरमजी बहुत प्यार करते थे।
सांसद हेमामालिनी ने कहा मेरा उनके साथ संबंध 57 वर्ष का रहा। हम दोनों ने जीवन में 45 फिल्में एकसाथ कीं। इनमें से 25 फिल्में सुपरहिट रहीं। वे हमेशा जमीन से जुड़े रहे। हर किस्म, हर वर्ग के लोगों से मेलजोल बढ़ाते रहे। किसी के भी कंधे पर हाथ डालकर चल देते थे।
ऐसा व्यक्तित्व और कोई नहीं होगा। उन्होंने तो तीन सौ फिल्मों में काम किया। इसमें हर प्रकार की फिल्में शामिल थीं। उनकी एक्टिंग के लिए लोग पागल थे। वे शायरी भी बहुत करते थे। मैंने उनसे शायरी की किताब लिखने को कहा, ताे बोले जरूर लिखूंगा।
लेकिन, अफसोस ये भी नहीं हो सका। हेमामालिनी ने कहा सिनेमा और राजनीति अलग दुनिया है। नेता अभिनेता नहीं बन सकता। लेकिन, अभिनेता बहुत ही सफल नेता बने हैं। मैं ही नहीं कई नेता ऐसे हैं। 2003 में भाजपा ने मुझे राज्यसभा भेजा तो धरमजी खुश हुए।
इसके बाद 2004 में भाजपा ने धरमजी को बीकानेर से लोकसभा के लिए टिकट दिया, तो वहां प्रचंड जीत मिली। सबलोग हैरान हो गए कि धरमजी कैसे राजनीति में आ गए। पांच वर्ष उन्होंने बीकानेर में बहुत अच्छा काम किया।
मुझे जब मथुरा में लोकसभा चुनाव लड़ने का मौका मिला तो 2014 व 2019 में दोनों बार धरमजी आए और ब्रजवासियों से मिले। उस समय धरमजी ने वादा किया था कि दोबारा आऊंगा और किसी भी ब्रजवासी के घर जाकर भोजन करूंगा।
आज धरमजी हमारे बीच नहीं हैं, मैने उनसे मथुरा आने को कहा था। लेकिन स्वास्थ ने साथ नहीं दिया। तो आ नहीं सके। ये कहते कहते एकबार फिर हेमामालिनी की आंखें भर आईं और बोलीं आप लोगों ने मुझे प्यार दिया, मेरे साथ हैं। आज दुख की घड़ी में सांत्वना देने आए हैं, आप खुशी में साथ थे।
अब दुख में भी साथ खड़े रहकर मेरा हौसला बढ़ाएंगे। इससे पहले फिल्म निर्माता अनिल शर्मा ने अभिनेता धर्मेंद्र को याद करते हुए कहा आज धरमजी हमारे बीच नहीं। उनसे मेरी मुलाकात मथुरा में हुई। यहीं मैंने उनकी फिल्म देखना शुरू कीं।
उनकी सुपरहिट फिल्में देखकर उनका दीवाना हो गया। आज उनकी प्रार्थनासभा में खड़ा हूं। ये मेरे लिए ये समय बहुत ही हृदय विदारक है। ये मेेरे लिए ही नहीं देश भर के लोग उनके जाने का दुख मना रहे हैं। लोगों को लग ही नहीं रहा, वे नहीं रहे।
शुरुआत में बीआर चौपड़ा के साथ असिस्टेंट करने के दौरान काम करने का मौका मिला। इसी दौरान एकबार धर्मेंद्रजी व हेमाजी रजिया सुल्तान शूटिंग के बाद होटल पहुंचे तो मैंने उनके चरण स्पर्श किए उन्होंने मुझे देखकर मेरे सिर पर हाथ रखा। तो मुझे लगा संसार में मुझे सबकुछ मिल गया।
प्रार्थना सभा की शुरुआत में इस्कान गुरुकुल के विद्यार्थियों ने श्रीमद्भागवत के 15 वें अध्याय के पाठ किया। इसके बाद अभिनेता धर्मेंद्र के जीवन पर आधारित फिल्म दिखाई गई।
गायक कलाकार दामोदर शर्मा, ताराचंद्र प्रेमी ने अपनी रचनाओं के जरिए भावांजलि दी। मथुरा के पूर्व चेयरमैन वीरेंद्र अग्रवाल ने शोक संदेश पढ़कर सुनाए। संचालन अश्विनी शर्मा आशू ने किया। सभा के समापन पर मौजूद लोगों ने दो मिनट का मौन धारण कर अभिनेता धर्मेंद्र को श्रद्धांजलि अर्पित की।
ये रहे मौजूद
प्रदेश के गन्ना विकास एवं चीनी मिल मंत्री चौ. लक्ष्मीनारायण, विधायक पूरनप्रकाश, मेघश्याम सिंह, कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर, कमिश्नर शैलेंद्र कुमार सिंह, डीआईजी शैलेष कुमार पांडे, डीएम सीपी सिंह, विप्रा उपाध्यक्ष एसबी सिंह ने श्रद्धासुमन अर्पित किए।
वहीं एसएसपी श्लोक कुमार, भाजपा जिलाध्यक्ष निर्भय पांडे, पूर्व विधायक कारिंदा सिंह, कुंजबिहारी चतुर्वेदी, डा. देवेंद्र शर्मा, कांग्रेस जिलाध्यक्ष मुकेश धनगर, पूर्व विधायक प्रदीप माथुर, प्रीतम सिंह प्रधान ने भी सांत्वना दी। |