जागरण संवाददाता, कानपुर देहात। पुलिस विभाग के ‘यूपी काप एप’ से एफआइआर और ‘मेरी पंचायत एप’ से ग्राम प्रधान का मोबाइल फोन नंबर निकाल उनसे संपर्क कर आरोपितों को ठगने वाले मध्य प्रदेश के ठग को पुलिस ने पकड़ा है। उसने बिजली चोरी के मुकदमे के निस्तारण के नाम पर धमकाकर युवक से 10 हजार रुपये वसूले थे, जिसकी जांच के बाद गिरफ्तारी हुई। उसके पास से लखनऊ, प्रयागराज, बरेली, मेरठ, आगरा, झांसी, वाराणसी, गाजियाबाद, नोएडा, गोरखपुर समेत 62 जिलों से संबंधित 1019 एफआइआर व 44 क्यूआर कोड मिले हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इनमें कानपुर देहात से संबंधित 14 एफआइआर हैं। शुक्रवार को उसे जेल भेज दिया गया।फरीदापुर निवासी अजय कुमार ने गुरुवार को मंगलपुर थाने में रिपोर्ट लिखाई थी कि एक दिसंबर को गांव में बिजली विभाग की टीम आई, उसके व कुछ ग्रामीणों के खिलाफ बिजली चोरी का मुकदमा लिखाया।
सात दिसंबर को उसके मोबाइल फोन पर काल आई और कालर ने कहा कि मैं दारोगा बोल रहा हूं, तुम्हारा बकाया 1,99,590 रुपये दिख रहा है। चाहो तो 25 हजार में निपटा देंगे। फिर आरोपित वहीं आ गया और 10 हजार रुपये ले गया। फिर फोन करके कहा कि 25 हजार दो।
कॉल रिकार्डिंग भी पुलिस को दी
इसकी काल रिकार्डिंग भी पुलिस को दी थी। गुरुवार रात घेराबंदी कर पुलिस ने आरोपित मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ के गोवा पृथ्वीपुर निवासी निगम यादव को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से 10 हजार रुपये, दो मोबाइल फोन, कई सिम व बाइक बरामद हुई।
आरोपित ने बताया कि मोबाइल फोन में यूपी काप एप से एफआइआर को डाउनलोड कर स्क्रीनशाट लेने के बाद मेरी पंचायत एप डाउनलोड करता था। फिर प्रधान के नंबर पर काल करके खुद को दारोगा या अधिकारी बता नामजद व्यक्तियों का नंबर ले लेता था।
मुकदमा खत्म कराने का लालच देकर रुपये वसूलता था। एसपी श्रद्धा नरेंद्र पांडेय ने बताया कि कोई मुकदमे से नाम निकालने या धमकी देकर रुपये मांगे तो समझ जाएं कि ठगी की जा रही है व पुलिस को बताएं। |