बक्सर थर्मल पावर प्लांट के आसपास का क्षेत्र बनेगा नो फ्लाइंग जोन। फोटो जागरण
संवाद सहयोगी, चौसा (बक्सर)। स्थानीय प्रखंड में स्थित बक्सर ताप बिजली घर के आसपास का इलाका नो फ्लाइंग जोन घोषित होगा। बिजली घर राष्ट्रीय महत्व की संपत्ति है और सुरक्षा के दृष्टिकोण से इसे संवेदनशील श्रेणी में रखा जाता है। इसे नो फ्लाइंग जोन में शामिल करने के बाद परिसर और इसके आसपास के आसमान से किसी तरह की उड़ने वाली वस्तु के गुजरने पर प्रतिबंध लग जाएगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
नो फ्लाइंग जोन वह हवाई क्षेत्र होता है, जहां किसी भी तरह के विमान, ड्रोन, हेलीकाप्टर या उड़ने वाले यंत्र को उड़ने की सख्त मनाही होती है। इसके लिए नव पदस्थापित जिला पदाधिकारी साहिला ने आवश्यक प्रक्रिया एवं प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया है।
उन्होंने गुरुवार को जिले में योगदान किया। इसके दूसरे ही दिन शुक्रवार को वे चौसा में निर्माण बक्सर बिजली संयंत्र परियोजना के निरीक्षण करने पहुंच गईं। उनके निरीक्षण के उद्देश्य सरकार के गाइडलाइन के तहत परियोजना से रोजगार का रहा। उन्होंने दोपहर सबसे पहले वैकल्पिक रेलवे कॉरिडोर, कोयला भंडारण स्थल सहित विभिन्न इकाइयों की कार्यप्रणाली का विस्तृत अवलोकन किया।
निरीक्षण के दौरान एडीएम, डीएलओ, डीसीएलआर, डीपीआरओ के अलावा चौसा सीओ व प्लांट प्रबंधन के सीईओ, सीएफओ तथा सभी वरीय अधिकारी मौजूद रहे। निरीक्षण के उपरांत डीएम ने प्लांट प्रबंधन को स्पष्ट निर्देश दिए कि कुशल व अकुशल दोनों श्रेणियों में स्थानीय युवाओं को प्राथमिकता देते हुए रोजगार उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने इस संबंध में विस्तृत रिपोर्ट जिला प्रशासन को सौंपने का आदेश दिया।
कोयला परिवहन में प्रदूषण पर जताई चिंता
रेलवे कॉरिडोर के पास भंडारित कोयले से उठ रही धूल एवं वायु प्रदूषण पर डीएम ने गंभीर चिंता जताई। उन्होंने नियमित जल–छिड़काव, धूल नियंत्रण उपाय और परिवहन व्यवस्था में सुधार करने का निर्देश दिया। वहीं प्लांट परिसर व आसपास के क्षेत्रों में वन विभाग के सहयोग से वनीकरण अभियान तेज़ करने को कहा।
सुरक्षा व्यवस्था पर जोर देते हुए डीएम ने आपदा प्रबंधन से जुड़े सभी मानकों को अद्यतन रखने तथा पालन सुनिश्चित करने का आदेश दिया। साथ ही प्लांट की संवेदनशीलता को देखते हुए इसे नो फ्लाइंग जोन घोषित करने हेतु प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया। डीएम साहिला ने सभी विभागों और प्रबंधन को निर्धारित समय-सीमा के भीतर अनुपालन रिपोर्ट उपलब्ध कराने और दिए गए निर्देशों के प्रभावी क्रियान्वयन का आदेश दिया। |