मेक्सिको के टैरिफ से भारत के निर्यात पर 75% प्रभाव, ये सेक्टर होंगे ज्यादा प्रभावित
नई दिल्ली, ANI। जिन देशों का मेक्सिको के साथ मुक्त व्यापार समझौता (FTA) नहीं है, वहां से आने वाले सामान पर दक्षिण अमेरिकी देश ने 50 प्रतिशत तक टैरिफ लगाने का एलान किया है। माना जा रहा है कि मेक्सिको के इस फैसले से भारतीय निर्यात काफी हद तक प्रभावित होगा। ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (जीटीआरआइ) की रिपोर्ट के मुताबिक, मेक्सिको को निर्यात किया जाने वाला तीन चौथाई सामान इस शुल्क से प्रभावित होगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
GTRI ने बताया, “भारत से मेक्सिको को निर्यात किया जाने वाले 5.75 अरब डालर के सामान का लगभग 75 प्रतिशत हिस्सा इस शुल्क से प्रभावित होगा, क्योंकि विभिन्न वस्तुओं पर टैरिफ 0-15% से बढ़कर लगभग 35% हो जाएगा।“
रिपोर्ट के मुताबिक, मेक्सिको को निर्यात की जाने वाली सबसे बड़ी श्रेणी ऑटोमोबाइल और ऑटो कंपोनेंट की है और इस पर टैरिफ का सबसे ज्यादा असर पड़ेगा। 93.83 करोड़ डालर के यात्री वाहन निर्यात पर शुल्क 20 प्रतिशत से बढ़कर 35 प्रतिशत हो जाएगा, जिससे शुल्क प्रतिस्पर्धा तेजी से कम होगी।
ऑटो पार्ट्स पर पड़ेगा असर
50.72 करोड़ डालर के आटो कलपुर्जों पर टैरिफ 10-15% से बढ़कर 35% हो जाएगा, जिससे मेक्सिको स्थित आटोमोटिव सप्लाई चेन में भारत की हिस्सेदारी पर असर पड़ेगा। 39 करोड़ डालर के मोटरसाइकिल निर्यात पर भी असर पड़ेगा, क्योंकि शुल्क 20% से बढ़कर 35% हो जाएगा।
स्मार्टफोन निर्यात जो पहले शुल्क मुक्त था, उस पर 35 प्रतिशत शुल्क लगेगा। मेक्सिको द्वारा शुल्क लगाने का सबसे ज्यादा असर जिस सेक्टर पर पड़ेगा, वह स्टील क्षेत्र होगा। फ्लैट उत्पादों पर मेक्सिको ने 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया गया है।
54.79 करोड़ डॉलर के इंडस्ट्रियल मशीनरी निर्यात पर शुल्क 5-10% से बढ़कर 25-35% हो जाएगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के निर्यात पर असर के बावजूद जवाबी कदम उठाए जाने की उम्मीद नहीं है, क्योंकि मेक्सिको से होने वाला आयात सिर्फ 2.9 अरब डालर का है। जीटीआरआइ का कहना है कि नई दिल्ली जवाबी कार्रवाई के बजाय निर्यात विविधिकरण पर ध्यान देगी।
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