पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर पेट्रोलिंग के लगे 16 वाहन।
संवाद सूत्र, बाराबंकी। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर सुरक्षित यातायात के लिए 16 पेट्रोलिंग वाहन संचालित होने के बाद भी निगरानी फेल है। बुधवार को हुए हादसे में पांच लोगों की मौत के कारणों में पेट्रोलिंग में लापरवाही शामिल है। प्रारंभिक जांच में ब्रीजा चालक को दोषी ठहराया गया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
वैगनआर को येलो लेन में खड़े होने की आख्या शासन को भेजी गई है। डीएम ने तीन विभागों के अधिकारियों को शामिल करते हुए विस्तृत जांच के लिए टीम गठित कर दी है।
उत्तर प्रदेश के नौ जिले लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर से होकर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे गुजरता है।
यह लखनऊ जिले से शुरू होकर हैदरिया गांव के एनएच-31 गाजीपुर जिले में खत्म होती है। लखनऊ से सुलतानपुर तक 16 वाहन उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने लगा रखे हैं।
दावा है कि यह 24 घंटे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर दौड़ते रहते हैं, जहां भी वाहन खड़े रहते हैं, उन्हें हटा कर सर्विस लेन पर कर देते हैं। इसके अतिरिक्त लोगों की मदद भी करते हैं, लेकिन इससे इतर पिछले वर्ष 16 फरवरी 2024 को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर लोनीकटरा के देवापुर गांव के निकट हुए हादसे में चार लोगों की मौत हो गई थी और 14 लोग घायल हुए थे।
बस रोड के किनारे खड़ी थी, लेकिन पेट्रोलिंग वाहन ने हटवाया नहीं, टीम सिर्फ रेडियम पट्टी लगाकर चली गई थी। हाईवे पेट्रोलिंग टीम की लापरवाही भी हादसे का बड़ा कारण था। मामले की जांच सेवानिवृत्त आइएएस को सौंपी गई थी, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई।
एक बार फिर 10 दिसंबर को सुबेहा के रतौली ढीह गांव में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर खड़ी वैगनआर में ब्रीजा ने टक्कर मार दी थी, जिसमें मां सहित पांच की मौत और पांच ही लोग घायल हुए थे। यह हादसे दर्शाते हैं कि एक्सप्रेसवे पर सफर सुरक्षित नहीं हैं।
बुधवार को हुए हादसे में परिवहन, यूपीडा, पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला कि वैगनआर सर्विस यानि येलो लेन पर खड़ी थी, लापरवाही से आकर ब्रीजा ने टक्कर मारी थी।
अब जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने विस्तृत जांच के लिए परिवहन विभाग से एआरटीओ, अपर पुलिस अधीक्षक और यूपीडा के अधिकारी जांच करेंगे। टीम गठित हो चुकी है, 15 दिनों में रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजी जानी है।
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर हादसे की जानकारी है। मामले की जांच सिक्योरिटी आफिसर को दी गई है। वहीं, जिले स्तर पर भी जिलाधिकारी ने टीम गठित कर दी है। रिपोर्ट अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। वैगनआर कार येलो लेन में खड़ी थी, ब्रीजा की लापरवाही के कारण हादसा हुआ। -प्रदीप कुमार चौरसिया, परियोजना निदेशक, यूपीडा। |