जागरण संवाददाता, वाराणसी। श्री काशी विश्वनाथ धाम के नवीनीकरण की चौथी वर्षगांठ 13 दिसम्बर 2025 को मनाई जानी है। इस विशेष अवसर पर 13 और 14 दिसम्बर को विभिन्न सांस्कृतिक और आध्यात्मिक कार्यक्रमों का आयोजन मंदिर की ओर से किया जाएगा। धाम बनने के बाद पर्यटकों की भीड़ भी बाबा दरबार में खूब उमड़ रही है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इस उत्सव के लिए धाम को भव्य रूप से सजाया गया है। परिसर में प्रकाश अलंकरण, पुष्प सज्जा और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्थाएँ की गई हैं। दोनों दिनों में भक्तों के लिए भजन-गायन, वैदिक मंत्रोच्चार, सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ और दिव्य दर्शन की विशेष व्यवस्था की जाएगी।
इस आयोजन का उद्देश्य काशी की प्राचीन परंपरा, आस्था और नवनिर्माण की भावना को उजागर करना है। यह कार्यक्रम न केवल श्रद्धालुओं के लिए एक आध्यात्मिक अनुभव होगा, बल्कि यह काशी की सांस्कृतिक धरोहर को भी समर्पित है।
धाम के नवीनीकरण के चार वर्षों में कई महत्वपूर्ण कार्य किए गए हैं, जिनमें मंदिर परिसर का विस्तार, सुविधाओं का आधुनिकीकरण और श्रद्धालुओं के लिए बेहतर सेवाएँ शामिल हैं। इस दौरान, श्रद्धालुओं की संख्या में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जो इस धाम की लोकप्रियता को दर्शाता है।
उत्सव के दौरान, भक्तों को विशेष रूप से ध्यान में रखते हुए, सुरक्षा और व्यवस्था का भी ध्यान रखा जाएगा। प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं। इस अवसर पर स्थानीय कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी जाएंगी, जो काशी की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करेंगी।
धाम के चार वर्ष पूर्ण होने का यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह काशी के विकास और सांस्कृतिक पुनरुत्थान का भी प्रतीक है। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए देश-विदेश से श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।
इस प्रकार, श्री काशी विश्वनाथ धाम का यह उत्सव न केवल आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह काशी की सांस्कृतिक धरोहर को भी सहेजने का एक प्रयास है। सभी श्रद्धालुओं को इस पावन अवसर पर आमंत्रित किया गया है कि वे इस भव्य आयोजन का हिस्सा बनें और काशी की दिव्यता का अनुभव करें।
श्री काशी विश्वनाथ धाम का नवीनीकरण और इसका उत्सव काशी की प्राचीनता और आधुनिकता का संगम प्रस्तुत करता है, जो सभी के लिए अध्यात्म और आस्था का बड़ा केंद्र है। |