आरा जंक्शन पर ऑटो चालकों की मनमानी
जागरण संवाददाता, आरा। जंक्शन पर ऑटो चालकों की मनमानी लगातार बढ़ती जा रही है। स्थिति यह है कि स्टेशन परिसर में प्रवेश करते ही यात्रियों का सामना अव्यवस्था से हो रहा है। सरकुलेटिंग एरिया की सीढ़ियों के ठीक पास ऑटो चालकों ने अनधिकृत रूप से अपना वाहन लगाना शुरू कर दिया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इससे न सिर्फ यात्री आवाजाही प्रभावित हो रही है, बल्कि कई बार यात्रियों की ट्रेनें भी छूट जा रही हैं।
प्लेटफॉर्म तक नहीं पहुंच पाते यात्री
यात्री में सुरेश कुमार, निजु कुमार बताते हैं कि प्लेटफॉर्म तक पहुंचने के लिए निर्धारित जगह से गुजरना भी मुश्किल हो गया है। सीढ़ियों के पास ऑटो खड़े होने से भीड़ जमा हो जाती है, जिससे बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है।
कई बार भारी भीड़ और रास्ता जाम होने के कारण यात्री समय पर प्लेटफॉर्म तक नहीं पहुंच पाते और उनकी ट्रेन निकल जाती है। स्टेशन परिसर में ऐसी मनमानी व्यवहार पर रोक लगाने की जिम्मेदारी जीआरपी और आरपीएफ की है, लेकिन दोनों एजेंसियों की उदासीनता पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
अनधिकृत रूप से वाहन खड़ा करने पर कार्रवाई
यात्रियों का कहना है कि कई बार शिकायत के बावजूद न तो वाहनों को हटाया जाता है और न ही चालकों पर जुर्माना लगाया जाता है। नियमों के मुताबिक सरकुलेटिंग एरिया में अनधिकृत रूप से वाहन खड़ा करने और यात्रियों को चढ़ाने-उतारने पर कार्रवाई का स्पष्ट प्रावधान है, लेकिन जमीनी स्तर पर इसका पालन देखने को नहीं मिलता।
अनियंत्रित पार्किंग से स्टेशन की व्यवस्था पर असर
रेलवे के एक अधिकारी ने स्वीकार किया कि ऑटो चालकों की भीड़ और अनियंत्रित पार्किंग से स्टेशन की व्यवस्था पर असर पड़ रहा है। हालांकि, वे आश्वासन देते हैं कि जल्द ही संयुक्त अभियान चलाकर स्थिति में सुधार लाया जाएगा।
दूसरी ओर, यात्रियों का कहना है कि केवल आश्वासन से काम नहीं चलेगा, जब तक नियमित रूप से कार्रवाई नहीं होगी तब तक समस्या जस की तस बनी रहेगी।
ऑटो लगाने की सख्त व्यवस्था की मांग
स्थानीय लोगों में मंटू पांडेय मानना है कि स्टेशन परिसर में ऑटो स्टैंड की व्यवस्थित व्यवस्था होनी चाहिए। निर्धारित जगह पर ही ऑटो लगाने की सख्त व्यवस्था के साथ-साथ सीसीटीवी निगरानी बढ़ाने की मांग भी उठाई जा रही है।
यदि समय रहते यह समस्या नहीं सुलझाई गई तो आने वाले त्योहारों और भीड़भाड़ के दिनों में स्थिति और खराब हो सकती है। |