ममूरा गांव में कंपोजिट विद्यालय में एसआईआर का फॉर्म भरवाते बीएलओ। जागरण
जागरण संवाददाता नोएडा। नोएडा में मतदाता सूची के पुनरीक्षण कार्य के दौरान गंभीर लापरवाहियां सामने आई हैं, जिनसे न केवल प्रशासन की चिंता बढ़ी है, बल्कि बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) का काम भी अत्यधिक कठिन हो गया है।
ग्रामीण क्षेत्रों में किए जा रहे सत्यापन अभियान में पता चला है कि बड़ी संख्या में मतदाता अपने पते से शिफ्ट हो चुके हैं, जबकि मतदाता सूची में दर्ज उनके फोन नंबर भी या तो गलत हैं, बंद मिल रहे हैं या फिर किसी अन्य जिले और राज्य के व्यक्तियों के निकले। इस वजह से मतदाताओं से संपर्क स्थापित करना लगभग असंभव साबित हो रहा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
छोटपुर गांव स्थित कंपोजिट विद्यालय में तैनात बीएलओ सुमित के पास 1,234 फार्मों का सत्यापन होना है, लेकिन इनमें से 345 मतदाता लगातार प्रयासों के बावजूद नहीं मिल पा रहे। उनकी खोजबीन के दौरान पता चला कि अधिकांश लोग यहां से कहीं और जा चुके हैं और सूची में दर्ज उनके मोबाइल नंबर उपयोग में नहीं हैं।
इसी तरह छिजारसी गांव के बीएलओ रवि कुमार का कहना है कि उन्हें मिले 1,186 फार्मों में से करीब 290 मतदाता अपने पते से पलायन कर चुके हैं। कई नंबर बंद हैं या गलत दर्ज हैं, जिससे सत्यापन प्रक्रिया और भी जटिल हो गई है।
उधर, ममूरा गांव में बीएलओ नीलम के पास 1,113 फार्म हैं, जिनमें से 239 मतदाता खोजने पर भी नहीं मिल रहे। लगातार असफल प्रयासों के चलते बीएलओ अब परेशान हैं कि वास्तविक मतदाताओं का पता आखिर कैसे लगाया जाए।
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इन परिस्थितियों ने मतदाता सूची को अपडेट करने की प्रक्रिया को गंभीर रूप से प्रभावित कर दिया है, जिससे आगामी चुनावी तैयारी पर भी प्रश्नचिह्न खड़े हो रहे हैं। |