डीएम दीपक मीणा। जागरण
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। डीएम दीपक मीणा की अध्यक्षता में आयोजित जिला स्तरीय समीक्षा बैठक में कौशल प्रशिक्षण, रोजगार सृजन और वित्तीय समावेशन से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तृत चर्चा हुई। गुरुवार को विकास भवन सभागार में आयोजित इस बैठक में डीएम ने स्पष्ट निर्देश दिया कि आरसेटी (रूरल सेल्फ एम्प्लायमेंट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट) प्रशिक्षण प्राप्त लाभार्थियों की रोजगार स्थिति का अद्यतन विवरण तत्काल उपलब्ध कराएं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण का वास्तविक उद्देश्य तभी पूर्ण होगा जब लाभार्थियों को न सिर्फ कौशल मिले बल्कि वे वास्तविक रूप से रोजगार या स्वयं-रोजगार से जुड़ सकें।
डीएम ने कहा कि आरसेटी सहित सभी कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों का मकसद युवाओं को स्वावलंबी बनाना है। इसलिए प्रशिक्षण प्राप्त व्यक्तियों को सरकार की वित्तीय और स्व-रोजगार योजनाओं जैसे पीएमईजीपी, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, स्टार्टअप/इनोवेशन सहायता, स्वयं सहायता समूह आधारित योजनाओं तथा बैंकों की ऋण योजनाओं से जोड़ना अनिवार्य है।
उन्होंने विभागीय अधिकारियों से कहा कि ऐसे लाभार्थियों की सूची तैयार कर उन्हें चिन्हित किया जाए जो प्रशिक्षण के बाद भी रोजगार से नहीं जुड़े हैं, ताकि उन्हें योजनाओं से जोड़कर आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जा सके।
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डीएम ने यह भी निर्देश दिया कि सभी विभाग अपने-अपने स्तर पर चल रही योजनाओं का व्यापक प्रचार करें, ताकि अधिक से अधिक लाभार्थी सरकारी सहायता का लाभ उठा सकें। उन्होंने बैंक अधिकारियों से कहा कि पात्र लाभार्थियों को ऋण उपलब्ध कराने में अनावश्यक देरी न हो तथा योजनाओं के तहत निर्धारित लक्ष्यों को समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाए।
बैठक में जिला विकास अधिकारी राजमणि वर्मा, जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक मनोज कुमार श्रीवास्तव, रिज़र्व बैंक, नाबार्ड तथा विभिन्न वाणिज्यिक बैंकों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। इसके अलावा संबंधित सभी जिलास्तरीय विभागों के अधिकारी भी बैठक में उपस्थित रहे और उन्होंने अपने-अपने विभागों की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। |
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