Delhi Police
जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। तेहखंड गांव निवासी विकास मावी हत्याकांड में गोविंदपुरी पुलिस को ऐसी जानकारियां मिल रही हैं कि हत्याकांड में कोई पुरानी रंजिश या लेनदेन का कारण शामिल हो सकता है। इसीलिए पुलिस इस एंगल पर बारीकी से जांच पड़ताल कर रही है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
दरअसल, मृतक के परिजन इस बात से सहमत नहीं है कि शराब के नशे में हुई कहासुनी में ही विकास की हत्या की गई है। परिजनों ने पुलिस से मांग की है कि हत्या की वजह स्पष्ट की जानी चाहिए, साथ ही इस हत्याकांड में अन्यों की संलिप्तता की भी जांच की जानी चाहिए।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक पीड़ित परिजनों की मांग पर गोविंदपुरी थाना पुलिस अब कुछ संदिग्धों से पूछताछ कर रही है, ताकि हत्या की मुख्य वजह तक पहुंचा जा सके। बताया जा रहा है कि पुलिस को यह इनपुट मिला है कि विकास मावी ने हत्यारोपित पक्ष की तरफ से करीब डेढ़ साल पहले एक वित्तीय विवाद सुलझाया था।
विकास ने उस मामले को सुलझाते हुए अपनी जिम्मेदारी तय की थी लेकिन डेढ़ साल बाद भी वह वित्तीय विवाद खड़ा था। वारदात वाली रात को इस बात पर चर्चा हुई थी या नहीं, पुलिस इस तथ्य की पड़ताल कर रही है।
बता दें, दिल्ली के गांव तेखंड में रहने वाला विकास मावी छह दिसंबर की शाम को तुगलकाबाद में एक समारोह थे। इस समारोह में दूर दराज से आए रिश्तेदारों के लिए केशव बिधूड़ी के आफिस में शराब पार्टी चल रही थी। इस शराब पार्टी में बहुत से लोग थे।
बताया जा रहा है पार्टी में शामिल सभी चले गए थे, बस वहां प्रवीण उर्फ पम्मी, केशव बिधूड़ी, राहुल बिधूड़ी, विशाल और विकास मावी रह गया था। इनकी दारू पार्टी को करीब 11 बज गए। पुलिस सूत्रों के मुताबिक शराब के नशे में केशव और विकास के बीच में किसी पुरानी बात को लेकर कहासुनी हो गई।
हत्यारोपितों में से किसी एक ने विकास के सिर पर बोतल मार दी, फिर उसका गला पैर से दबा दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। बाद में आरोपितों ने विकास के शव को फरीदाबाद में लेकर जाकर जंगल में फेंक दिया था।
इस मामले में पुलिस तीन आरोपितों को पकड़ चुकी है जबकि राहुल बिधूड़ी की गिरफ्तारी शेष है। पुलिस का कहना है कि राहुल की संलिप्तता इस वारदात के सीसीटीवी फुटेज को क्षतिग्रस्त करने तक सीमित है।
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