cy520520 • 2025-12-12 04:37:14 • views 114
arrest_jagran-R-1765473206282.jpg
जागरण संवाददाता, नूंह। प्रदेश के नूंह क्षेत्र में चल रहे बड़े पाकिस्तानी नेटवर्क जासूसी और टेरर फंडिंग मामले में एसआईटी ने सातवीं गिरफ्तारी की है। गिरफ्तार आरोपित की पहचान तावड़ू के गांव भंगोह निवासी वकील नयूब के रूप में हुई है। इस मामले में पूर्व में गिरफ्तार किए गए आरोपित रिजवान से मिली जानकारी पर यह गिरफ्तारी हुई है। आरोप है की रिजवान के साथ पंजाब के जालंधर व अमृतसर कई बार गया था। दोनों ने मिलकर लगभग एक करोड रुपये की हवाला राशि को इधर-उधर किया था। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
आरोपित नयूब को दो दिन पहले पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था, जांच के दौरान आरोपित की संलिप्तता पाए जाने पर बुधवार को उनको गिरफ्तार किया । बृहस्पतिवार देर शाम आरोपित को अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश छवि गोयल की अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। आरोपित नयूब की बीते 16 नवंबर को शादी हुई थी।
वकील नयूब इस मामले के मुख्य आरोपित और पहले गिरफ्तार हुए वकील रिजवान (खरखड़ी निवासी) का करीबी सहयोगी था। दोनों गुरुग्राम कोर्ट में साथ प्रैक्टिस करते थे। नयूब रिजवान के साथ हवाला और टेरर फंडिंग के लेन-देन में सक्रिय था और पंजाब के जालंधर व अमृतसर कई बार उसके साथ गया था। पुलिस सूत्रों के अनुसार रिजवान व नयूब ने पंजाब के हवाला कारोबारियों के साथ मिलकर करीब एक करोड रुपए की राशि को हवाला कारोबारी के माध्यम से इधर-उधर किया था।
एसआइटी की जांच में वकील रिजवान के लैपटाॅप व मोबाइल से पाकिस्तान में बैठे आईएस के हैंडलर से चैट के खुलासे भी हुए हैं। गौरतलब है कि इस मामले में अब तक कुल सात गिरफ्तारियां हो चुकी हैं,जिनमें जालंधर से अजय, अमृतसर से संदीप, अमनदीप, जसकरण, व सुमित शामिल है। सुमित अभी भी पुलिस रिमांड पर चल रहा है। जबकि अन्य सभी आरोपितों को न्यायिक हिरासत में भेजा जा चुका है। नूंह जिले से इस साल पाक जासूसी के आरोप में यह चौथी गिरफ्तारी हुई है।
इससे पहले बीते मई में तावडू के गांव कांगरका से तारीफ को गिरफ्तार किया,इसके बाद नगीना क्षेत्र के गांव राजाका से अरमान,फिर खरखड़ी से वकील रिजवान टेरर फंडिंग व हवाला केस में गिरफ्तार किया गया। अब भंगोह के वकील नयूब को गिरफ्तार कर लिया गया है। क्षेत्र से एक के बाद एक इस तरह की गंभीर प्रकृति की गिरफ्तारियों से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी से जुड़े जासूसी और टेरर फंडिंग के इन मामलों ने मेवात को राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में ला दिया है। पुलिस का दावा है कि अभी जांच जारी है और रिमांड के दौरान कई और चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।
यह भी पढ़ें- दिल्ली दंगे की सुनवाई में हाईकोर्ट ने पुलिस जांच को ‘खराब’ बताया, दूसरी FIR के आदेश को कर दिया रद |
|