गोमो विद्युत लोको शेड में 254 रेल इंजन में रूफ माउंटेड एयर कंडीशनर लगाने पर चल रहा काम।
तापस बनर्जी, जागरण, धनबाद। Rail Engine Cabinःअगली गर्मी में रेल चालक और सहायक चालक 50 डिग्री वाली भट्ठी में नहीं तपेंगे। गमछे से सिर और चेहरा ढंक कर उन्हें बार-बार पसीना नहीं पोछना होगा। प्रचंड गर्मी में उनका हलक नहीं सुखेगा। रेलवे ने उन्हें नए साल का उपहार देने की तैयारी शुरू कर दी है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
नए साल से धनबाद के रेल इंजन भी वातानुकूलित हो जाएंगे। गोमो विद्युत लोको शेड के 254 रेल इंजन में रूफ माउंटेड एयर कंडीशनर लगाए जाएंगे। इंजन की छत पर लगने वाले एसी अनुसंधान, डिजाइन और मानक संगठन-आरडीएसओ लखनऊ के मानक आधारित होंगे। कार्य का अनुमानित लागत लगभग दो करोड़ 28 लाख है। इसका फायदा धनबाद रेल मंडल के 4500 से अधिक रनिंग कर्मचारियों को मिल सकेगा।
कृत्रिम बारिश से होगा एयर कंडीशनर का परीक्षण
इंजन की छत पर लगने वाले एयर कंडीशनर का परीक्षण भी होगा। इसके लिए कृत्रिम बारिश कराकर परीक्षण किया जाएगा। लगातार तेज बारिश से एयर कंडीशनर से रिस कर पानी इंजन के अंदर तक पहुंच रहा या नहीं, इसका विशेषज्ञ परीक्षण करेंगे। परीक्षण रिपोर्ट सकारात्मक रहने पर ही एयर कंडीशनर की कमिशनिंग होगी।
आराम में बैठ कर ट्रेन चला सकेंगे चालक, नहीं होगा कंपन
इंजन की छत पर एयर कंडीशनर चालक के केबिन के आराम के लिए डिजाइन किया गया है। विश्वसनीयता के लिए इनमें अक्सर रिडंडेंट सिस्टम (दो इकाइयां) हैं जो कांपैक्ट और कंपन-प्रतिरोधी भी हैं। इंजन की छत की संरचना में एकीकृत हो जाते हैं, जिससे केबिन में जगह भी बचती है।
ठंडी व नमी रहित हवा प्रदान करने के लिए कंप्रेसर, कंडेंसर, विस्तार वाल्व व इवेपोरेटर का उपयोग करते हैं। उन्नत माडल विभिन्न बिजली आपूर्तियों के लिए माइक्रोप्रोसेसर नियंत्रण और इंवर्टर तकनीक से लैस हैं।
इंजन में लगे एयर कंडिशनर, बिगड़ने पर नहीं होता मेंटेनेंस
धनबाद के रेल चालक कहते हैं पहले से भी रेल इंजनों में एयर कंडिशनर लगे हैं। नए रेल इंजन एयर कंडिशनर से लैस होकर ही आ रहे हैं। इससे गर्मी के दिनों में राहत तो मिल गई है। पर एयर कंडिशनर के खराब हो जाने पर उनके मेंटेनेंस की कोई व्यवस्था नहीं है। इससे एयर कंडिशनर होने
अपनी समस्याओं के लेकर रेलकर्मियों ने मुंडी गर्म आंदोलन किया था। यूनियन की ओर से भी रेल प्रशासन के समय समय पर आवश्यक पहल का दबाव बनाया गया। प्रयास रंग लाया और इंजन में एयर कंडिशनर लगाने की प्रक्रिया शुरू हुई। इससे हजारों चालक व सहायक चालकों को न केवल प्रचंड गर्मी से राहत मिलेगी बल्कि उनकी कार्यदक्षता भी बढ़ेगी।-सुनील कुमार सिंह, मंडल सचिव, ईस्ट सेंट्रल रेलवे इंप्लाइज यूनियन। |