जागरण संवाददाता, झांसी। प्रशासनिक महकमे में आज उस समय हलचल मच गयी, जब अधिकारियों को खबर मिली कि काम के दबाव में बीएलओ ने जहरीला पदार्थ खा लिया है। आनन-फानन में प्रशासनिक अमला सीएचसी पहुंच गया।
बीएलओ ने अधिकारियों को बताया कि काम के अत्यधिक दबाव के चलते उसने जहरीला पदार्थ खा लिया। प्राथमिक उपचार के बाद बीएलओ को मऊरानीपुर सीएचसी से मेडिकल कॉलिज रिफर कर दिया गया। आरोप है कि बीएलओ ई-केवाइसी का काम समय पर देने के के दबाव में परेशान था। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
भानपुरा निवासी रोजगार सेवक नाथूराम आर्य (43) पुत्र घनश्याम को बीएलओ की भी जिम्मेदारी दी गयी है। बताया गया कि बुधवार की शाम लगभग 5.30 बजे नाथूराम ने जहरीला पदार्थ खा लिया, इससे उनकी हालत खराब होने लगी। यह देख परिजन घबरा गये और आनन-फानन में उन्हें लेकर सीएचसी पहुंच।
बीएलओ के जहर खाने की खबर से प्रशासनिक महकमे में हलचल मच गयी। सूचना पाकर एसडीएम श्वेता साहू, तहसीलदार ललित कुमार पाण्डेय, नायब तहसीलदार अमित मुदगिल सहित राजस्व अधिकारी अस्पताल पहुंच। अधिकारियों ने बीएलओ से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली।
परिजनों के अनुसार, बीएलओ नाथूराम एसआइआर का काम करने में लगे थे। दूसरी तरफ ग्राम पंचायत की ई-केवाइसी का काम भी किया जा रहा था, जिसमें ब्लॉक अधिकारी उस पर दबाव बनाये थे। परिजनों का आरोप है कि अत्यधिक काम के बोझ व अधिकारियों के दबाव के चलते वह कई दिन से परेशान थे।
इधर, रोजगार सेवक/ बीएलओ नाथूराम आर्य ने बताया कि उस पर काम का अत्यधिक दबाव था। अधिकारी उसकी बात सुनने को तैयार नहीं थे। वह बीएलओ के कार्य में लगा रहा। इसके बाद ग्राम पंचायत की ई-केवाइसी में लगा था। गाँव में नेटवर्क नहीं आने से ई-केवाइसी होने में परेशानी होती है।
सबसे अधिक दिक्कत महिलाओं की ई-केवाइसी में आ रही थी। अधिकारियों का कहना था कि उन्हें हर हाल में ई-केवाइसी पूरी चाहिये। काम पूरा नहीं होने पर कार्यवाही की धमकी दी जा रही थी, जिसके चलते उसने परेशान होकर जहरीला पदार्थ खा लिया।
बीएलओ नाथूराम आर्य ने अच्छे तरीके से एसआइआर का काम लगभग एक सप्ताह पहले पूर्ण कर लिया था। यदि कोई प्रपत्र आता है तो जाँच आदि के लिये वह तैनात थे। विकासखण्ड द्वारा ई-केवाइसी का काम नाथूराम से कराया जा रहा था। किन कारणों के चलते नाथूराम ने जहरीला पदार्थ खाया, इस मामले की जाँच करायी जायेगी।
-श्वेता साहू, उप जिलाधिकारी, मऊरानीपुर (झाँसी)
भानपुरा के बीएलओ ने 4 दिसम्बर को अपना काम लगभग पूरा कर लिया था। मैपिंग भी पूरी हो चुकी थी। किन कारणों के चलते बीएलओ ने यह कदम उठाया, इसके बारे में जानकारी की जायेगी।
-ललित कुमार पाण्डेय, तहसीलदार (मऊरानीपुर) |