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कुछ ऐसा दिखता है ट्रंप गोल्ड कार्ड।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप लगातार कई योजनाएं लॉन्च कर रहे हैं। इस बीच उन्होंने एक नया वीजा प्रोग्राम शुरू किया है। इसका नाम उन्होंने \“ट्रंप गोल्ड कार्ड\“ रखा है। ट्रंप का कहना है कि बुधवार से इस गोल्ड कार्ड नागरिकता के लिए लोग आवेदन कर सकेंगे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
ट्रंप का दावा है कि इस गोल्ड कार्ड वीजा प्रोग्राम से अमेरिकी खजाने में अरबों का खजाना भरेगा। अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ पर एक पोस्ट में ट्रंप ने लिखा कि अमेरिका सरकार का ट्रंप गोल्ड कार्ड आज से शुरू! योग्य और जांचे-परखे लोगों के लिए नागरिकता का सीधा रास्ता। बहुत उत्साहजनक! हमारी कंपनियां अब अपनी कीमती प्रतिभाओं को रोक कर रख सकेंगी। लाइव साइट 30 मिनट में खुल रही है!
ट्रंप ने गिनाई नए प्रोग्राम की खास बातें
वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह भी बताया कि मेरे लिए और अमेरिका के लिए आज का पल बेहद उत्साह भरा है। हमने ट्रंप गोल्ड कार्ड लॉन्च कर दिया है। इससे प्राप्त होने वाला पैसा सरकार को जाएगा, जिससे खजाने में इजाफा होगा। ट्रंप का कहना है कि यह ग्रीन कार्ड जैसा ही है।
ट्रंप ने बताया कि कोई भी कंपनी किसी भी कॉलेज में जा सकेगी, कार्ड खरीद सकेगी और उस व्यक्ति को अमेरिका में रख सकेगी। यह हमेशा देश में प्रतिभाशाली लोगों को लाने में मददगार साबित होगा। हालांकि, इसके लिए ट्रंप ने भारी-भरकम फीस तय की है, जिसका सीधा असर भारतीयों पर होना तय है।
एक बयान में ट्रंप ने कहा कि कई प्रतिभाशाली छात्र पास होने के बाद भारत, चीन या फ्रांस लौट जाते हैं। ट्रंप ने कहा कि नए गोल्डन कार्ड से कंपनियां काफी खुश होंगी। मुझे पता है कि एप्पल के टिम कुक भी काफी समय से इस बारे में बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इससे अमेरिकी खजाने में काफी इजाफा होने की संभावना है।
ट्रंप गोल्ड कार्ड की शर्तें क्या है?
नए ट्रंप गोल्ड कार्ड के लिए कुछ ऐसी शर्तें रखी गई हैं, जिससे अमेरिका जाने और वहां पर रहने का सपना थोड़ा महंगा सा हो गया है। नए नियमों के अनुसार...
- किसी भी व्यक्तिगत आवेदक को अमेरिकी खजाने में 10 लाख डॉलर (1 मिलियन डॉलर) की कीमत चुकानी होगी।
- वहीं, किसी कंपनी की ओर से स्पॉन्सर किए गए आवेदक को 20 लाख डॉलर देना होगा।
- इसके साथ ही 15,000 डॉलर की नॉन-रिफंडेबल प्रोसेसिंग फीस भी होगी।
आवेदकों को चुकानी होगी भारी-भरकम रकम
अगर आप ट्रंप गोल्ड कार्ड के लिए आवेदन करने के बारे में सोच रहे हैं, तो ये आपके लिए काफी महंगा साबित हो सकता है। इसके लिए आपको भारी-भरकम रकम चुकानी होगी। उदाहरण के लिए समझे, यदि कोई भारतीय यह कार्ड लेना चाहे; तो उसको 10 लाख डॉलर चुकाने होंगे। भारतीय रुपयों में ये कीमत करीब 9 करोड़ रुपये है।
भारतीयों के लिए अमेरिकी नागरिकता हुई महंगी
- हालांकि, पांच मिलियन डॉलर देकर ( 44 करोड़ रुपये) धनकुबेर गोल्ड कार्ड हासिल कर सकेंगे। ट्रंप के इस नए वीजा प्रोग्राम से अमेरिकी नागरिकता पाना आम भारतीयों को लिए काफी महंगा साबित हो सकता है। ट्रंप के नए प्रोग्राम से अमेरिका की नागरिकता लेने वालों की मुश्किलें बढ़ जाएंगी।
- गौरतलब है कि EB-5 वीजा में लोग लोन ले सकते थे, या पैसा मिलाकर निवेश कर सकते थे, लेकिन गोल्ड कार्ड वीजा के लिए पूरा पैसा एक सा नकद देना होगा। इस कारण यह अधिकांश भारतीयों के लिए और भी मुश्किल हो जाएगा।
- बता दें कि भारतीयों के लिए अभी भी एच-1बी वर्क वीजा सबसे शानदार और पसंदीदा विकल्प है। इस वीजा पर अमेरिका में काम कर रहे भारतीय भी गोल्ड कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं। हालांकि, शर्त ये है कि उन्हें कम से कम पांच मिलियन डॉलर की रकम भरनी होगी।
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