दिग्विजय चौटाला और राहुल फाजिलपुरिया समेत चार जजपा नेताओं की सिक्योरिटी वापस ली गई।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। जननायक जनता पार्टी के आठवें स्थापना दिवस पर जींद के जुलाना में हुई दमदार रैली के बाद जजपा नेताओं की सिक्योरिटी वापस लेनी शुरू कर दी गई है। बुधवार को करीब आधा दर्जन जजपा नेताओं की सिक्योरिटी वापस ली गई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इनमें कुछ नेता ऐसे हैं, जिन्हें जान से मारने की धमकियां मिलने और उन पर हमले होने के बाद सिक्योरिटी उपलब्ध कराई गई थी। सिक्योरिटी वापस लेने के पीछे हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के उस बयान को भी कारण माना जा रहा है, जिसमें उन्होंने कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह के उस बयान पर सवाल खड़े किए थे, जिसमें उन्होंने कहा था कि थार और बुलेट पर चलने वालों का दिमाक सटका हुआ होता है।
कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक की इस राय के बाद दुष्यंत चौटाला ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राज्यसभा सदस्य सुभाष बराला, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल और अपने स्वयं के बुलेट पर चलते हुए फोटो जारी किए थे और पूछा था कि इनके बारे में क्या राय है। जजपा के स्थापना दिवस पर जुलाना में हुई रैली में दुष्यंत चौटाला थार में बैठकर रैली स्थल तक गये थे, जिसे एक महिला कार्यकर्ता चला रही थी।
पता चला है कि बुधवार को जजपा यूथ विंग के अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला, दुष्यंत चौटाला के ससुर पूर्व एडीजीपी परमजीत सिंह अहलावत, गुरुग्राम से लोकसभा का चुनाव लड़ चुके प्रसिद्ध गायक राहुल फाजिलपुरिया और सोहना विधानसभा से चुनाव लड़ चुके विनेश गुर्जर की सिक्योरिटी वापस ले ली गई है। राहुल फाजिलपुरिया पर पिछले दिनों फायरिंग हुई थी, जिसकी शिकायत दुष्यंत चौटाला ने सरकार से की थी।
दुष्यंत चौटाला के भाई दिग्विजय चौटाला को भी जान से मारने की धमकियां मिलने पर सिक्योरिटी उपलब्ध कराई गई थी। पुलिस विभाग के सूत्रों का कहना है कि एक सामान्य प्रक्रिया और जांच परख के बाद इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया है, जबकि जजपा नेताओं ने अभी इस पर किसी तरह की टिप्पणी नहीं की है। |