केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह। (संसद टीवी)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र में SIR पर चर्चा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि देश में विपक्ष पिछले कई महीनों से वोट चोरी का मुद्दा उठा रहा है। मैं आज बताना चाहता हूं कि देश में कब-कब वोट चोरी हुई? विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
अमित शाह ने कहा, वोट चोरी के तीन आधार होते हैं, नंबर एक- योग्यता नहीं है और आप वोटर बनकर बैठे हैं, ये वोट चोरी मानी जाती है। दूसरा, आप गलत प्रकार से चुनाव जीतते हैं। तीसरा- वोट के विपरीत पद प्राप्त करना। ये तीनों ही वोट चोरी के दायरे में आती हैं।
शाह ने कहा, देश में पहली वोट चोरी की घटना हुई जब देश के पहला प्रधानमंत्री तय करना था, उस वक्त के देश के जितने प्रांत थे, उनके कांग्रेस अध्यक्ष थे, उनके एक-एक वोट से तय होना था, उनमें से 28 वोट सरदार पटेल को मिले और दो वोट जवाहरलाल नेहरू जी को, और प्रधानमंत्री जवाहर लाल जी बने। इसके बाद कांग्रेस सांसद सदन में हंगामा करने लगे। |