कैथल में 935 करोड़ की लागत से बन रहा भगवान परशुराम मेडिकल कॉलेज (File Photo)
जागरण संवाददाता, कैथल। आमजन को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने के उद्देश्य से हरियाणा सरकार द्वारा जिले के गांव सांपन खेड़ी में बनाए जा रहे मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य जून 2026 में पूरा होने की संभावनाएं हैं। भगवान परशुराम राजकीय मेडिकल कॉलेज के भवन का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इसका करीब 74 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। इसके शुरू हो जाने से कैथल सहित आस-पास के जिलों के लोगों को स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं में बड़ा लाभ होगा। इस समय जरूरत होने पर जिला अस्पताल से मरीजों को चंडीगढ़, रोहतक पीजीआई या फिर कल्पना चावला मेडिकल कालेज में रेफर किया जाता है।
कैथल जिले के विकास को एक नई दिशा देते हुए करीब 935 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से यह मेडिकल कालेज बन रहा है। निर्माण कार्य में कई-कई मंजिला भवन बनकर तैयार हो चुके हैं।
इसके बन जाने से न केवल कैथल जिले के स्वास्थ्य सेवाओं का कायाकल्प होगा, बल्कि छात्रों के लिए 100 एमबीबीएस सीटों पर डाक्टरों की पढ़ाई का रास्ता भी खुलेगा। यह परियोजना हरियाणा सरकार की प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाओं और मेडिकल शिक्षा को मजबूत करने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस मेडिकल कॉलेज के निर्माण की घोषणा की थी। जिसे हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी गहन रूचि लेकर आगे बढ़ा रहे हैं। उनके निर्देशानुसार मेडिकल कॉलेज के निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है। यह मेडिकल कॉलेज कैथल-करनाल रोड पर ग्राम पंचायत सांपन खेड़ी की 20 एकड़ भूमि पर स्थापित किया जा रहा है। इस परियोजना पर सितंबर 2023 में संबंधित एजेंसी द्वारा कार्य शुरू किया गया था।
परियोजना के तहत आधुनिक सुविधाओं से लैस कई इमारते शामिल हैं। मुख्य रूप से 530 बिस्तरों वाला अस्पताल भवन बनेगा, जिसमें बेसमेंट, ग्राउंड फ्लोर तथा सात मंजिले होंगी। इसी प्रकार मेडिकल कॉलेज भवन में 100 एमबीबीएस सीटों के साथ, परीक्षा हाल सहित अन्य सुविधाएं होंगी। इसमें 350 व 250 क्षमता के साथ क्रमश: लड़कों एवं लड़कियों के लिए हॉस्टल बनाया जा रहा है। इसमें डाइनिंग/किचन की सारी सुविधाएं मौजूद रहेंगी।
डॉक्टरों के लिए बनाए जा रहे हैं ब्लॉक
वहीं जूनियर एवं सीनियर रेजिडेंट और क्लास 1 व 2 अधिकारियों के लिए आवास ब्लॉक बनाए जा रहे हैं। इसके अलावा मेडिकल उपकरण, सामान्य फर्नीचर और साइट का विकास, बाहरी सेवाओं और अन्य संबंधित कार्यों को भी शामिल किया गया है। परियोजना के लिए आवश्यक सभी वैधानिक मंजूरियां प्राप्त की जा चुकी हैं, जैसे बिल्डिंग प्लान की मंजूरी, पर्यावरण मंजूरी, सीएलयू तथा प्री-फायर एनओसी आदि।
एक बार पूरी तरह से चालू हो जाने के बाद भगवान परशुराम राजकीय मेडिकल कॉलेज कैथल और आस-पास के क्षेत्रों के लिए स्वास्थ्य संबंधी लाभ मिलेगा। यह न केवल बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करेगा, बल्कि युवाओं को 100 एमबीबीएस सीटों के माध्यम से चिकित्सा शिक्षा प्राप्त करने का अवसर भी प्रदान करेगा।
अपराजिता, डीसी, कैथल। |