प्रतीकात्मक तस्वीर
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। गंगापार व यमुनापार के 575 गांवों में किसान पाठशालाओं का आयोजन होगा। कृषि विभाग की तकनीकी टीम गांव-गांव जाएगी। पशुपालन और उद्यान विभाग के भी अधिकारी-कर्मचारी इसमें शामिल होंगे।
किसानों को खेती के साथ ही पशुपालन के क्षेत्र में आए नए-नए लाभकारी बदलावों की जानकारी देंगे। योजनाओं के बारे में बताया जाएगा। उनका लाभ पाने में आ रहीं दिक्कतों को दूर कराया जाएगा।
द मिलियन फार्मर स्कूल अभियान के तहत 23 ब्लॉकों के 575 गांवों का चयन हुआ है। चाका के 20, करछना के 28, शंकरगढ़ के 20, जसरा के 30, कौंधियारा के 22, कोरांव के 28, मांडा के 22, मेजा के 24, उरुवा के 26, फूलपुर के 38, बहादुरपुर के 26, सोरांव के 24, मऊआइमा के 20, बहरिया के 30, होलागढ़ के 22, कौड़िहार के 24, प्रतापपुर के 20, धनूपुर के 18, हंडिया के 20, सैदाबाद के 22, भगवतपुर के 24, सहसों के 20 और श्रृंगवेरपुर धाम के 22 गांव शामिल हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
14 दिसंबर से लेकर 29 दिसंबर के बीच इन गांवों में किसान पाठशालाएं लगेंगी। हर गांव में प्रतिदिन तीन घंटे की पाठशाला होगी। इसमें खेती व बागवानी की नई तकनीकों के साथ पीएम किसान सम्मान निधि, पीएम कुसुम और फार्मर रजिस्ट्री जैसी योजनाओं की जानकारी दी जाएगी। योजनाओं का लाभ पाने में आ रहीं समस्याओं का निस्तारण भी कराया जाएगा।
हर गांव में तीन-तीन घंटे की होगी पाठशाला
उपनिदेशक कृषि पवन कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि किसान पाठशाला में प्राविधिक सहायक, सहायक तकनीकी प्रबंधक और ब्लॉक तकनीकी प्रबंधक समेत 126 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है।
पशुपालन व उद्यान विभाग के कर्मचारी जो शामिल होंगे वह अलग हैं। अलग-अलग गांवों में पाठशाला का रोस्टर बना है। इसी के हिसाब से कर्मचारी गांवों में आयोजन करेंगे। इसके अलावा बीडीओ व एडीओ कृषि प्रतिदिन दो गांवों में लगी पाठशाला में शामिल होंगे।
यह भी पढ़ें- Magh Mela 2026: रेलवे ने बनाया फुलप्रूफ प्लान-B, ट्रैक जाम हुआ तो EDFC पर दौड़ेंगी स्पेशल ट्रेनें |