नई दिल्ली। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने वर्चुअल डिजिटल एसेट्स के तौर पर 888.82 करोड़ रुपये की अघोषित आमदनी की पहचान की है, जिसमें क्रिप्टोकरेंसी और अन्य संपत्ति शामिल हैं, जिन्हें ब्लॉकचेन तकनीक से संग्रहीत, निवेशित और इनका कारोबार किया जाता है। टैक्स अथॉरिटी ने इन पहचाने गए करदाताओं को 44,507 पत्र भेजकर चेतावनी दी है कि वे अपनी आयकर रिटर्न (ITR) दाखिल करने की अनुसूची वीडीए में ऐसी आय का खुलासा करें। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) द्वारा हाल ही में शेयर की गई जानकारी से पता चला है कि सीबीडीटी ने अपने अभियान, एनयूडीजीई (नॉन-इंट्रूसिव यूसेज ऑफ डेटा टू गाइड एंड इनेबल) के तहत यह सूचना भेजी है। टैक्स रेगुलेटर वर्ष 2024-25 के लिए करदाताओं को अपने टैक्स डिटेल की समीक्षा और संशोधन करने के लिए एसएमएस और ईमेल भेजेगा।
कानूनी रूप से जानकारी देना जरूरी
मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून 2002 के तहत, वर्चुअल एसेट सर्विस प्रोवाइडर्स (VASP) को वित्तीय खुफिया इकाई - भारत (एफआईयू-आईएनडी) को निर्दिष्ट और संदिग्ध लेनदेन रिपोर्ट प्रस्तुत करना आवश्यक है। इन रिपोर्टों का विश्लेषण किया जाता है और आगे की कार्रवाई के लिए सरकारी जांच एजेंसियों के साथ शेयर किया जाता है।
वित्त राज्य मंत्री ने संसद में क्या कहा
वित्त मंत्रालय के अंतर्गत राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने लोकसभा में एक लिखित उत्तर में बताया, “VDA लेनदेन की जानकारी को आईटीआर में किए गए खुलासों से मिलान करने के लिए डेटा एनालिटिक्स टूल, प्रोजेक्ट इनसाइट और आंतरिक डेटाबेस का उपयोग किया जाता है। वर्चुअल एसेट सर्विस प्रोवाइडर्स (वीएएसपी) द्वारा दाखिल टीडीएस रिटर्न और करदाताओं के आईटीआर का भी विश्लेषण किया जाता है ताकि विसंगतियों की पहचान की जा सके और उचित कार्रवाई की जा सके।“
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राज्य मंत्री चौधरी ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय ने पीएमएलए के तहत क्रिप्टो-संबंधी कई मामलों की जांच के बाद ग्राम विकास प्राधिकरणों (वीडीए) से प्राप्त 4,189.89 करोड़ रुपये की आय को अटैच, जब्त या फ्रीज कर दिया है। अब तक 29 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और 22 अभियोग दर्ज किए गए हैं। एक आरोपी को भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित किया गया है। |