50 घरों में लगा दी गई थी आग। (जागरण)
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। मालकानगिरी जिले के कोरकोंडा ब्लॉक के एमवी-26 गांव में स्थिति धीरे-धीरे सामान्य होने लगी है।
गांव में पुलिस, डीवीएफ और बीएसएफ जवानों का कैंप लगाया गया है। बीते रविवार हजारों आदिवासी गांव में दाखिल हुए थे और 50 से अधिक घरों में आग लगाकर उन्हें जलाकर राख कर दिया था। आग की लपटों से एक भी घर बच नहीं पाया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
आज सुबह गांव छोड़कर चले गए लोग वापस लौटकर जली हुई वस्तुओं को इकट्ठा करते दिखाई दिए, लेकिन कोई भी सामान आग से सुरक्षित नहीं बचा था। प्रशासन ने गांव में सीसीटीवी लगाए हैं। गांव के 50 घर पूरी तरह नष्ट हो चुके हैं।
दूसरी ओर, मेडिकल से लाए गए शव का आदिवासी संघ ने गांव में अंतिम संस्कार किया। हजारों लोग मृतक का आखिरी दर्शन देने पहुंचे। लाके पोड़ियामी को उनके ही खेत में दफनाया गया। सिर न मिलने के कारण मिट्टी से सिर का आकार बनाकर रखा गया।
जिलाधिकारी ने मृतक परिवार को मुख्यमंत्री राहत कोष से 4 लाख रुपये देने की घोषणा की है। इसके साथ ही आदिवासी संघ की ओर से जिलाधिकारी को 7 सूत्री मांगपत्र भी सौंपा गया।
शांति और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस डीजी वाई. बी. खुरानिया, एडीजी संजीव पंडा, इंटेलिजेंस डीआईजी अखिलेश सिंह, दक्षिण-पश्चिम रेंज डीआइजी के. बी. सिंह, एसपी बिनोद पाटिल, जिलाधिकारी सोमेश उपाध्याय मौजूद थे।
आज अंतिम संस्कार के समय विधायक नरसिंह माडकामी, जिला परिषद अध्यक्ष सामरी टांगुल, मानस माडकामी, बंधु मुदुली, बंशीधर मुदुली, प्रदीप माझी, माला माढ़ी, गंगाधर बुरुदा, हरी गलोरी आदि उपस्थित थे। |