कुत्ता काटने के एक माह बाद ग्रामीण की मौत।
जागरण टीम, सीतापुर। आवारा कुत्तों के हमलों में लोग घायल होने के साथ ही मौत का भी शिकार हो रहे हैं। रामकोट में कुत्ते के हमले में घायल ग्रामीण की सोमवार की रात एक महीने बाद मौत हो गई। वहीं, मंगलवार की शाम महमूदाबाद में अलग-अलग स्थानों पर कुत्तों ने हमला कर नौ लोगों को जख्मी कर दिया। घायलों का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज किया गया है। इनसे प्राथमिक उपचार के बाद छह लोगों को लखनऊ रेफर किया गया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
रामकोट निवासी 59 वर्षीय नन्हके पुत्र छेद्दू को पांच नवंबर को नैपालापुर में कुत्ते ने काट लिया था। नन्हके ने जिला अस्पताल में उपचार कराया था, जहां एंटी रेबीज वैक्सीन (एआरवी) भी लगाई गई थी। सोमवार को अचानक हालत बिगड़ गई और रात में नन्हके की मौत हो गई। उनके पुत्र लखन ने बताया कि एक माह से अधिक समय हो गया था। इंजेक्शन भी लगवाया गया था।
दूसरी ओर, रन्नी वार्ड के निवासी उत्कर्ष वर्मा डीफार्मा की परीक्षा देकर वापस घर जा रहे थे। बेलदारी टोला की गली में आवारा कुत्ते ने उनके पैर और हाथ में काट लिया।
रामपुर मथुरा मार्ग पर टैंपो स्टैंड के पास भट्ठा निवासी मकसूद पुत्र याकूब के दाहिने पैर, चिकमंडी चौराहे पर बथुआ खरीद रहे बेहटा निवासी आटो चालक सरवर पुत्र रज्जू खां के बाएं पैर व हाथ में कुत्ते काट लिया। चतुराबेहड़ के पास बघाइन की सुमन पत्नी प्रेमचंद को कुत्ते ने काट लिया। सुमन बैंक से घर लौट रही थीं।
लकड़ी एकत्र कर रहीं मुन्नी पत्नी बाबू भी कुत्ते के हमले में जख्मी हो गईं। रामपुर मथुरा मार्ग पेट्रोल पंप के पास भिटौरा के मोहम्मद हनीफ पुत्र रहमान, गोपालपुर के हैप्पी वर्मा पुत्र दिनेश, नई बाजार में शिवा व उनके पिता राजेश को कुत्ते ने काटकर घायल कर दिया। सभी घायल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, जहां से हैप्पी, राजेश व शिवा को घर भेज दिया गया, जबकि अन्य को लखनऊ के लिए रेफर किया गया है। कुत्तों को पकड़ने के लिए स्थानीय स्तर पर कोई प्रबंध नहीं हैं। पशु जन्म नियंत्रण केंद्र के लिए प्रस्ताव भेजा गया था, जिसे अब तक मंजूरी नहीं मिल सकी है।
-नीतीश कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी। |