अब लुथरा भाइयों की तलाश और थाईलैंड से वापसी की कानूनी जंग शुरू हो गई है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गोवा के मशहूर नाइटक्लब \“बर्च बाय रोमियो लेन\“ में लगी भीषण आग में 25 लोगों की जान चली गई। अब इस हादसे के मालिक गौरव और सौरभ लुथरा थाईलैंड भाग चुके हैं।
एनडीटीवी ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि जल्द ही इंटरपोल उनके खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी कर सकता है। आग लगने से महज तीन घंटे पहले ये दोनों इंडिगो की फ्लाइट से भारत छोड़कर भागे थे। गोवा पुलिस ने इन पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कर लिया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
जांच में सामने आया है कि क्लब में हर तरफ ज्वलनशील सामग्री भरी थी, फायर एक्जिट नदारद थे और आग बुझाने का एक भी इंतजाम नहीं था। डांस फ्लोर पर वीकेंड की भीड़ थी, तभी अचानक आग भड़की और सब कुछ खत्म हो गया। अब लुथरा भाइयों की तलाश और थाईलैंड से वापसी की कानूनी जंग शुरू हो गई है।
लुथरा भाइयों पर कसा जाएगा शिकंजा
दिल्ली के इन कारोबारी भाइयों ने गोवा में कई लग्जरी नाइटक्लब और रेस्तरां खोले थे। आग लगते ही ये दोनों सीधे बैंकॉक भाग गए। गोवा पुलिस और केंद्र सरकार अब इंटरपोल से ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी करवाने की तैयारी में है ताकि इनकी सही लोकेशन और गतिविधियों का पता चल सके। इसके बाद रेड कॉर्नर नोटिस और एक्सट्राडिशन की प्रक्रिया शुरू होगी।
ये कोई पहला मामला नहीं जब कोई बड़ा अपराधी या घोटालेबाज भारत छोड़कर भाग गया हो। इससे पहले भी सालों से कई हाई-प्रोफाइल नाम इंटरपोल की लिस्ट में हैं और विदेशी जमीन पर बिना की किसी परेशानी के रह रहे हैं।
इस लिस्ट में कौन-कौन है शामिल?
दाऊद इब्राहिम
1993 के मुंबई बम धमाकों का मास्टरमाइंड दाऊद इब्राहिम आज भी भारत का सबसे वांटेड अपराधी है। उन 12 धमाकों में 257 लोग मारे गए थे। डी-कंपनी का बॉस दाऊद ड्रग्स, हथियार, फिरौती और आतंकवाद की फंडिंग का सरगना है। 1986 में एक मर्डर केस के बाद वो पहले दुबई और फिर 1993 के बाद कराची भाग गया।
भारत बार-बार सबूत देता है कि दाऊद पाकिस्तान में है, लेकिन पाकिस्तान मुकरता रहता है। इंटरपोल ने 1983 में ही उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर रखा है जो आज भी लागू है। संयुक्त राष्ट्र ने उसे ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किया हुआ है।
नीरव मोदी
हीरा कारोबादी निरव मोदी ने पंजाब नेशनल बैंक से करीब 11 से 13 हजार करोड़ रुपये का घोटाला किया। फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (LoU) से विदेशी बैंक से लोन लिए गए। जनवरी 2018 में बैंक की शिकायत से पहले ही वो देश छोड़कर भाग निकला।
हॉन्गकॉन्ग घूमते हुए आखिरकार लंदन पहुंचा। वहां 80 लाख पाउंड के फ्लैट में रहने लगा और राजनीतिक शरण मांगने की कोशिश की। 2019 में गिरफ्तार हुआ, 2021 में ब्रिटिश कोर्ट ने एक्सट्राडिशन मंजूर कर दी, लेकिन उसकी लीगल टीम अपील पर अपील दाखिल करके मामला लटकाए हुए है। इंटरपोल का रेड कॉर्नर नोटिस जून 2018 से उसके नाम पर लगा है।
मेहुल चोकसी
नीरव मोदी का मामा मेहुल चोकसी भी उसी पीएनबी घोटाले में शामिल था। वो निरव से महज 24 घंटे बाद जनवरी 2018 में भारत से फरार हो गया। पैसा लगाकर एंटीगुआ की नागरिकता ले ली। 2021 में ड्रामाई तरीके से गायब हुआ और डोमिनिका में मिला, उसने किडनैपिंग का ड्रामा रचा।
हाल ही में ब्लड कैंसर के इलाज के बहाने बेल्जियम गया तो वहां गिरफ्तार हो गया। अक्टूबर 2025 में बेल्जियम कोर्ट ने एक्सट्राडिशन मंजूर की, लेकिन नवंबर में फिर अपील ठोंक दी। उसका रेड कॉर्नर नोटिस 2018 में लगा था, पर 2022 में ह्यूमन राइट्स के नाम पर हटा दिया गया।
विजय माल्या
किंगफिशर एयरलाइंस के मालिक विजय माल्या पर 9 हजार करोड़ रुपये के लोन डिफॉल्ट का आरोप है। मार्च 2016 में बच्चों के पास रहने के बहाने भारत छोड़ा और लंदन पहुंच गए। उसे विलफुल डिफॉल्टर घोषित किया गया। उसकी 14 हजार करोड़ से ज्यादा की संपत्ति जब्त हो चुकी है।
2017 में लंदन में गिरफ्तार हुए, एक्सट्राडिशन ऑर्डर भी आ गया, लेकिन अपीलों के जाल में फंसा हुआ है। हैरानी की बात ये है कि ईडी ने इंटरपोल से रेड कॉर्नर नोटिस मांगा था, लेकिन टेक्निकल वजहों से इंटरपोल ने मना कर दिया।
यह भी पढ़ें: दिल्ली, यूपी और उत्तराखंड से गए थे पैसे कमाने, गोवा अग्निकांड में 8 राज्यों के 25 लोगों की मौत; पूरा अपडेट |