अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा पाकिस्तान (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान क्या कभी अमन-चैन के रास्ते पर चल सकता है, क्या कभी पाकिस्तान आतंकवाद को छोड़ सकता है? इन सवालों का जवाब है \“नहीं\“। क्योंकि पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान में स्थित 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया था। अब फिर से उन ठिकानों को ठीक करने में जुट गया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
यह एक कड़वी सच्चाई है कि पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आने वाला है और वो फिर से गुलाम कश्मीर (PoK) मेंलश्कर-ए-तैयबा के साथ मिलकर बड़ी साजिश करने में लगा है। लश्कर के जिहादियों के लिएPoK के रावलकोट में लॉन्च पैड बनाया जा रहा है और इससे जुड़ी तस्वीरें वायरल हो रही हैं।
क्या होता है लॉन्च पैड?
आतंकवादियों के लॉन्च पैड का मतलब है कि जिस जगह का इस्तेमाल आतंकी भारत में घुसपैठ करने से ठीक पहले जमा होने के लिए और आखिरी तैयारी के लिए करते हैं। इसे आतंकियों के आखिरी गेट के रूप में भी समझा जा सकता है।
बता दें, 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान में स्थित आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर चलाया था और PoK में स्थित आतंकियों के लॉन्च पैड को तबाह किया था। लेकिन अब खुद लश्कर के PoK में प्रवक्ता ने रावलकोट में मरकज बनाने की बात कबूला है।
मरकज की आड़ में आतंकी साजिश
दरअसल, लश्कर-ए-तैयबा मरकज की आड़ में आतंकी लॉन्च पैड तैयार कर रहा है। रावलकोट के खैगला में एक इमारत बन रही है, जिसके बारे में कहा जा रहा है कि लश्कर वहां अपने आतंकियों के लिए लॉन्चपैड और शेल्टर तैयार कर रहा है।
इस इमारत को दोहरी इस्तेमाल वाली सुविधा बताया जा रहा, जिसका नाम अल-अक्सा मार्कज है। वैसे तो लश्कर इसे मस्जिद बताने की कोशिश कर रहा है। वीडियो में लश्कर के PoK प्रवक्ता आमिर जिया भी शुरुआत में इसे मस्जिद बताते हैं, लेकिन बात करते-करते गलती से इसे मरकज कह देते हैं, जिससे असली मकसद साफ हो जाता है।
लश्कर की यह रणनीति रही है कि PoK के अलग-अलग इलाकों में छोटे-छोटे मरकज बनाकर अपने आतंकियों को छिपाने और सुरक्षित रखने की व्यवस्था की जाए। पाकिस्तान भले ही वैश्विक स्तर पर यह दावा करता है कि उसने आतंकवाद का रास्ता छोड़ दिया है, लेकिन हकीकत यह है कि पाकिस्तान में अब भी आतंकवाद फल-फूल रहा है और उन्हें खुली छूट दी जा रही है।
सीक्रेट मीटिंग का खुलासा
इसका एक और सबूत सामने आया है। पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद की बड़ी बैठक हुई है। इस मीटिंग में कई सारे जिहादी इकट्ठा हुए थे, जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। यह बैठक 6 नवंबर को बहावलपुर में हुई थी।
मीटिंग में जैश के कई कमांडरों के साथ लश्कर का डिप्टी चीफ सैफुल्लाह कसूरी भी बैठा हुआ दिख रहा है। बता दें, भारत द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर से पहले भी बहावलपुर में ऐसी ही एक मीटिंग हुई थी।
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