ऋषिकेश में जन सेवा केंद्र पर अनियमितता पाए जाने के बाद कार्रवाई करते जिला प्रशासन के अधिकारी। प्रशासन
जागरण संवाददाता, देहरादून: जन सेवा केंद्रों (कामन सर्विस सेंटर) में मनमानी का आलम दूर नहीं हो रहा है। देहरादून में डिस्पेंसरी रोड स्थित कांप्लेक्स में एक केंद्र पर सीलिंग की कार्रवाई के बाद अब ऋषिकेश में एक जन सेवा केंद्र पर कार्रवाई की गई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
जन सेवा केंद्र में दूसरे व्यक्तियों के आधार, राशन, आयुष्मान कार्ड, श्रमिक कार्ड और अन्य संवेदनशील दस्तावेज पाए गए। यह दस्तावेज केंद्र में क्यों रखे गए हैं? इस सवाल का संतोषजनक जवाब भी प्रशासन के अधिकारियों को नहीं मिला। जिसके बाद तत्काल प्रभाव से केंद्र को सील कर दिया गया।
जिला प्रशासन की छापेमारी में पाया गया कि वीरपुर खुर्द स्थित पशुलोक क्षेत्र में संचालित जन सेवा केंद्र की सीएससी आइडी मनीषा नामदेव के नाम पंजीकृत थी, लेकिन मौके पर केंद्र का संचालन किसी और की ओर से पाया गया।
बोर्ड पर सीएससी संचालक के रूप में विभा नामदेव का नाम और मोबाइल नंबर अंकित मिला। जबकि उनके साथ आर नामदेव का नंबर भी प्रदर्शित था। जांच में पाया गया कि विभा नामदेव, आर नामदेव की पुत्री हैं और वह मौके पर नियमित रूप से उपस्थित भी नहीं रहती हैं।
केंद्र से नौ आधार कार्ड, तीन राशन कार्ड, तीनश्रमिक कार्ड, एक आयुष्मान कार्ड तथा कई व्यक्तियों की पासबुक मूल रूप में बरामद हुई। पूछताछ में संचालक इन दस्तावेजों को अपने पास रखने का कोई वैध या संतोषजनक कारण नहीं बता सके। इससे इन संवेदनशील दस्तावेजों के दुरुपयोग की आशंका गहराती नजर आई।
इतना ही नहीं, केंद्र पर निर्गत प्रमाणपत्रों से संबंधित पंजिका भी नहीं पाई गई। प्रशासन को निरीक्षण में बीपीएल सर्वे वर्ष 2002 से जुड़े खाली कार्ड भी हाथ लगे, जिन पर भी संचालकों के पास कोई स्पष्ट जवाब नहीं था। इन गंभीर अनियमितताओं को देखते हुए जिला प्रशासन ने आदेशों के अग्रिम निर्णय तक जन सेवा केंद्र के संचालन पर रोक लगाते हुए उसे सील कर दिया।
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