डीडीसी अभिषेक पलासिया। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, खगड़िया। मनरेगा योजना के तहत मजदूरों का ई- केवाइसी कार्य किए जाने के दौरान कार्यस्थल से गायब रहने वाले जिले के 16 पीआरएस का एक दिन का वेतन काटा गया। यह कार्रवाई डीडीसी अभिषेक पलासिया के निर्देश पर किया गया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
जानकारी के अनुसार वर्तमान में मनरेगा योजना के तहत मजदूरों का ई- केवाइसी करने को लेकर अभियान चलाया जा रहा है। जिसे लेकर पंचायत स्तर पर सभी पीआरएस मतलब रोजगार सेवक को निर्देश दिया गया कि प्रत्येक दिन सुबह में अपने-अपने कार्य क्षेत्र में उपस्थित होकर मजदूरों का ई- केवाइसी कार्य करेंगे।
यह कार्य करने के दौरान अपना जियो लोकेशन फोटो के साथ आल पीआरएस ग्रुप में शेयर करेंगे। कार्य की समीक्षा के दौरान पाया गया कि शनिवार को चार पंचायत रोजगार सेवक एवं बीते पांच दिसंबर को 12 रोजगार सेवक अपने कार्य क्षेत्र से अनुपस्थिति थे।
जिसे लेकर डीडीसी ने कार्य में अनुपस्थिति रहने के कारण नो वर्क नो पे के आधार पर इस माह के मानदेय भुगतान में अनुपस्थिति वाले एक दिन का मानदेय कटौती करने का आदेश दिया है।
छह दिसंबर को अनुपस्थित रहने वाले पीआरएस में अलौली हरिपुर एवं दहमा खैरी के पीआरएस उदय रामण, बेलदौर सकरोहर के मनोहर कुमार,बलैठा के मनीष कुमार,इतमादी के अवधेश कुमार कुमार शामलि हैं।
वहीं बीते पांच दिसंबर को कार्यस्थल से गाब रहने वाले पीआरएस में सौढ़ दक्षिणी के जितेंद्र कुमार, रामपुर अलौली व सहसी पंचायत के आशा कुमारी, समसपुर के सुबोध कुमार सुमन, चेराखेरा एवं शहरबन्नी पंचायत के विद्याविनोद कुमार सिंह, कुल्हड़िया व कोलवारा पंचायत के पीआरएस कृष्णा चौधरी, तेलिहार एवं पचौत पंचायत के जय उत्तम कुमार, गोरियामी एवं गौड़ाचक के राजकमल, अमनी के आलोक कुमार, बलहा एवं पश्चिमी ठाठा के प्रभात रंजन, पूर्वी ठाठा के मु.हमराज आलम, पसराहा के दिनेश कुमार सिंह एवं तेमथा करारी पंचायत के पीआरएस विशाल कुमार शामिल हैं।
जिनके एक दिन के मानदेय की कटौती का आदेश डीडीसी द्वारा दिया गया है। डडीसी ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि योजना व लोकहित के कार्य में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। |