cy520520 • 2025-12-6 16:09:50 • views 294
शेख खलफ अल हब्तूर, यूएई के दिग्गज उद्योगपति। (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कुछ कहानियां ऐसी होती हैं, जिन्हें सुनने के बाद कानों पर यकीन कर पाना मुश्किल होता है। कुछ ऐसी कहानी यूएई के अरबपति शेख खलफ अल हब्तूर की है। उन्होंने कुछ ऐसा खुलासा किया, जिसे सुनने के बाद लोगों के कान खड़े हो जा रहे हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
दरअसल, अरबपति ने खुलासा किया है कि उनका बड़ा बेटा मुहम्मद होटल में बर्तन धोने, ग्राहकों के बिस्तर लगाने, झाड़-पोछा लगाने और वेटर का काम करके बड़ा हुआ है। अब उनके इस खुलासे के बाद एक नई बहस छिड़ गई है।
डिग्री से नहीं अनुभव से बनता है करियर
यूएई के इस दिग्गज कारोबारी के अनुसार, करियर सिर्फ डिग्री से नहीं बनता। असली सीख फील्ड में मिलती है। इसलिए होटल मैनेजमेंट की डिग्री हासिल करने के बावजूद अपने बेटे को पहले डायरेक्टर की कुर्सी पर नहीं बैठाया।
489 लाख करोड़ की संपत्ति दान की
गौरतलब है कि अल हब्तूर ग्रुप के चेयरमैन और मशहूर उद्योगपति शेख खलफ अल हब्तूर की संपत्ति 1.35 लाख करोड़ है। वह होटल, रियल, एस्टेट, ऑटोमोबाइल, शिक्षा और पब्लिशिंग जैसी इंडस्ट्री से जुड़े हैं।
बताया जाता है कि इस साल अल हब्तूर समूह ने करीब 489 करोड़ रु. से ज्यादा दान किया है। खलफ अल हब्तूर कहते हैं कि ग्राउंड वर्क सीखे बिना कोई मैनेजर नहीं बन सकता। नौकरी का असली स्वाद इसी से आता है। जानकारी के अनुसार, 2023 में उन्होंने 100 अफगान छात्राओं को यूएई की यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के लिए स्कॉलरशिप दी थी।
उद्योगपति ने बताया क्यों जरूरी अनुभव?
खलीज टाइम्स की एक रिपोर्ट में बताया गया कि खलफ अल हब्तूर ने कार्यक्रम को दौरान कहा था कि डिग्री जरूरी है, लेकिन अनुभव उससे भी अधिक महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि वास्तविक इंजीनियरिंग, असली मैनेजमेंट, असली काम साइट पर ही जाकर समझ में आता है।
उदाहरण के साथ उन्होंने बताया कि सिर्फ किताबें पढ़कर कोई भी करियर नहीं बनता। फील्ड में उतरने से जो सीख मिलती है, वही किसी को प्रोफेशनल बनाती है। |
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