हवाईअड्डे पर लगे डिस्पले बोर्ड को देखता यात्री। (सांकेतिक तस्वीर)
जागरण संवाददाता, देवघर। IndiGo की लगातार उड़ानों की रदगी को लेकर देश भर में स्थिति गंभीर हो गई है। इसी क्रम में देवघर हवाई अड्डा से शुक्रवार को उड़ने वाली सभी फ्लाइट- देवघर-दिल्ली (दिन व रात), देवघर-कोलकाता और देवघर-बैंगलुरु-रद कर दी गईं। इससे हवाई मार्ग से यात्रा करने वाले यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
पिछले कुछ दिनों से चल रही इस समस्या का मुख्य कारण है क्रू की कमी और नए पायलट व फ़्लाइट-ड्यूटी समय (FDTL) नियमों का अनुपालन। देशव्यापी पैमाने पर, पिछले सप्ताह में ही IndiGo ने लगभग 1,200 उड़ानें रद्द की हैं। हरियाना उड़ानों की समय-परफार्मेंस (OTP) नवंबर में 84.1% से गिरकर अब करीब 67.7% रह गई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
नए नियमों में पायलटों तथा क्रू को पर्याप्त आराम देना अनिवार्य हो गया है। लेकिन IndiGo का नेटवर्क बहुत बड़ा और जटिल है, और उसने अपने शेड्यूल एवं स्टाफिंग को समय से समायोजित नहीं किया। इसके कारण कई एयरपोर्ट्स पर टेक्निकल गड़बड़ी, एयर-ट्रैफिक भीड़ और मौसम की चुनौतियां भी रदगियों के पीछे बताई जा रही हैं।
परिणामस्वरूप, देश के कई हवाई अड्डों पर यात्रियों की संख्या में अचानक वृद्धि और भारी असुविधा देखी गई- लोग फ्लाइट की जानकारी के लिए घंटों इंतजार कर रहे हैं, उनके प्रस्थान/आगमन रद्द हो रहे हैं, और कई को बीच में अपनी यात्रा रद्द करनी पड़ रही है।
देवघर से दिल्ली, कोलकाता व बैंगलुरु सहित अन्य प्रमुख रूट्स पर लगातार रद हो रही उड़ानों ने दर्शाया है कि यह समस्या सिर्फ मेट्रो-एयरपोर्ट्स तक सीमित नहीं है, बल्कि छोटे व मध्यम शहरों में भी यात्रियों की दुर्गति हो रही है।
इस पूरे संकट के बीच, यात्रियों से अनुरोध किया जा रहा है कि वे अपनी फ्लाइट के स्टेटस को उड़ान से पहले बार-बार जांच लें। साथ ही, एयरलाइन व नियामक संस्था से शीघ्र सुधार और विश्वसनीय शेड्यूलिंग की मांग उठ रही है। |