LHC0088 • 2025-12-5 22:39:06 • views 391
योध्याधाम के नयाघाट क्षेत्र में तैनात अर्द्धसैनिक बल के जवान : जागरण
संवाद सूत्र, जागरण अयोध्या : राम नगरी में 32 वर्ष पहले विवादित ढांचा विध्वंस की बरसी छह दिसंबर को लेकर सुरक्षा घेरा सघन हो गया है। विवादित ढांचा ध्वंस की तिथि से एक दिन पहले ही रामनगरी में निगरानी को बढ़ा दिया गया है। किसी भी तरह की घटना को लेकर पहले से ही सुरक्षा एजेंसियां हाई एलर्ट पर हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
रामनगरी में सभी प्रमुख क्षेत्रों में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध
छह दिसंबर से एक दिन पहले ही अयोध्याधाम में आने जाने वाले सभी वाहनों की चेकिंग की जा रही है। छह दिसंबर 1992 को ही रामजन्मभूमि परिसर पर स्थित विवादित ढांचा ढहा दिया गया था। रामजन्मभूमि परिसर सहित रामनगरी में सभी प्रमुख क्षेत्रों में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं। सुरक्षा कर्मियों के अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे से पूरे रामनगरी की निगरानी की जा रही है। ड्रोन के माध्यम से निगरानी रखी जा रही है।
राममंदिर की सुरक्षा के कई स्तर
होटल, धर्मशाला, गेस्ट हाउस और होम स्टे की पड़ताल निरंतर चल रही है। पुलिस लगातार वाहनों की चेकिंग कर रही है। एसपी सुरक्षा बालाचारी दुबे ने बताया कि राममंदिर की सुरक्षा के कई स्तर है। परिसर का भ्रमण कर सुरक्षा व्यवस्था का निरंतर जायजा लिया जा रहा है। आइजी प्रवीण कुमार एवं एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर के निर्देश पर सभी थाना क्षेत्रों में पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है।
सीमा वर्ती जिलों से भी समन्वय बनाकर निगरानी की जा रही है। सीओ अयोध्या आशुतोष तिवारी ने बताया कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार कोई समस्या न हो, इसका भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है। लगातार वाहनों की चेकिंग की जा कर रही है। यहां पर भीड़भाड़ वाले स्थानों पर बम निरोधक एवं डाग स्क्वायड टीम की मदद से छानबीन कराई जा रही है। |
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