mid day meal
बलवान शर्मा, नारनौल। करीब 11 साल पहले मौलिक शिक्षा निदेशक की ओर से ब्लाॅक वाइज स्कूलों में मिड डे मील की जांच के लिए दिया गया आदेश अचानक विभाग को याद आ गया और जिले के करीब 100 स्कूलों में प्राइमरी स्कूलों में बच्चों को दिए जाने वाले भोजन की सैंपलिंग की गई। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
यह सैंपलिंग 28 नवंबर और एक दिसंबर को की गई। इस दौरान स्कूल मुखियाओं ने चार हजार रुपये प्रति स्कूल के हिसाब से विभाग को भुगतान भी किया है। दोनों दिन दो-दो सैंपल लिए गए, जिनमें दही पराठे, पुलाव और सब्जियां शामिल हैं। बकौल विभागीय अधिकारी इन सैंपलों को जांच के लिए पंचकूला भेजा गया है।
जिले के हर स्कूल से दो-दो सैंपल लिए गए और चार-चार हजार रुपये लिए गए। यानि एक सैंपल के दो हजार और दो सैंपलों के चार हजार रुपये। सवाल इस बात पर खड़ा होता है कि पूर्व सूचना देकर सैंपलिंग करवाई जाएगी तो अच्छा पकवान भी बनेगा और ऐसे सैंपल की रिपोर्ट क्या आएगी, यह भी आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है।
एक बड़ा सवाल यह भी है कि जब सैंपल जांच रिपोर्ट बढ़िया ही आनी है तो हर स्कूल से चार-चार हजार रुपये लेकर चार लाख रुपये क्यों बर्बाद कर दिए गए। जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी द्वारा जिले के सभी ब्लाॅक शिक्षा अधिकारियों को 24 नवंबर 2025 को एक यादि क्रमांक -एमडीएम/2025/82(AC)जारी किया गया।
इस पत्र में निदेशक मौलिक शिक्षा हरियाणा पंचकूला द्वारा यादि क्रमांक 1/27-2013 एमडीएम(1) दिनांक 15 दिसंबर 2014 के माध्यम से दिए गए निर्देशों का हवाला देते हुए लिखा गया कि मिड डे मील का खाना भारत सरकार द्वारा अनुमोदित प्रयोगशाला से चेक करवाना सुनिश्चित करें।
भारत सरकार द्वारा अनुमोदित प्रयोगशाला से मिड डे मिल का खाना चेक करने के लिए इस कार्यालय द्वारा सलंग्न सूची अनुसार प्रति स्कूल चार हजार रुपये की दर से राशि जारी कर दी गई है। भारत सरकार द्वारा अनुमोदित सूची में चौकसी लैबोरेट्रीज लिमिटेड, काॅन्ट्रेक्ट रिसर्च एंड टेस्टिंग लेबोरेट्रीज पंचकूला से ली गई कोटेशन के मुताबिक भोजन के सैंपल लेने और ब्लाॅक स्तर से संकलन करने का खर्च जीएसटी सहित चार हजार रुपये प्रति स्कूल है।
पत्र में खंड शिक्षा अधिकारियों को यह भी स्पष्ट लिखा गया है कि सलंग्न शेड्यूल अनुसार संबंधित स्कूल मुखियाओं को निर्देश दें कि यह निर्धारित तिथि व समय पर संबंधित खंड शिक्षा कार्यालय में विद्यालय में बच्चों के लिए बनाए गए भोजन के सैंपल तथा भुगतान की जाने वाली राशि केक चेक सहित पहुंचाकर भारत सरकार द्वारा अनुमोदित प्रयोगशाला से चेक करवाना सुनिश्चित करें।
इस पत्र में सैंपलिंग की तिथि और समय पहले ही घोषित कर दिया गया। इस बारे में मिड डे मील के जिला इंचार्ज दिनेश से बात की गई तो उन्होंने कहा कि निदेशालय के आदेश पर सैंपलिंग करवाई गई है। सभी सैंपल जांच के लिए पंचकूला भेज दिए गए हैं।
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