प्रवीण तिवारी, अयोध्या। राम मंदिर के मुख्य शिखर पर फहरा रही धर्मध्वजा अब सनातन धर्मावलंबियों का नया ब्रांड बन चुकी है। घरों के शिखर पर भी इन दिनों यही ध्वज फहरा रही है। ये ध्वज अब धर्म, आस्था व सनातन का प्रतीक बन चुका है। रामनगरी के बाजारों में ये ध्वज खूब बिक रहे हैं। इसकी मांग भी बढ़ गई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
नित्य यहां आने वाले रामभक्त साथ में ध्वजा भी ले जाना चाहते हैं। लगभग सभी दुकानों पर धर्म ध्वजा जैसी ही पताका बिक रही है। कई थोक विक्रेता इसे तैयार भी करा रहे हैं। ध्वज का मूल्य सौ रुपये से लेकर ढाई सौ तक है। आकार और क्वालिटी के अनुसार इनका मूल्य तय होता है।
रामपथ व धर्मपथ भी ऐसे ध्वजाें से पटे हैं। दुकानों पर इसे बिक्री के लिए सजाया गया है। धर्मध्वजा को खोज रहे गोरखपुर के मोहन यादव बताते हैं कि राम मंदिर के शिखर पर फहरा रही ध्वजा जैसी ही ध्वजा ही वह बाजार में खोज रहे हैें। इससे मिलती जुलती ध्वजा ही मिल रही र्है।
पश्चिम बंगाल से आए शिब्रम चक्रवर्ती ने कहा कि उन्होंने रामपथ से एक ध्वजा ली है, जो धर्मध्वजा ही है। जो उनके आवास पर निरंतर फहराएगी। इसी प्रदेश की सुचित्रा भट्टाचार्य ने भी एक ध्वजा खरीदी जो भगवा रंग में है और इस पर हनुमानजी का प्रतीक चिह्न अंकित है। वह काफी खुश दिखीं।
रामनगरी के रानी बाजार निवासी महिला उद्यमी नेहा गुप्ता कहती हैं कि धर्मध्वजा की मांग है। अब डिमांड पर इसे तैया किया जाता है। जैसे-जैसे डिमांड आएगी वैसे-वैसे इसे निर्मित कराकर फुटकर विक्रेता को दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह सनातन आस्था की प्रतीक है। इसका बाजार भी तेजी से बढ़ा रहा है। |