भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने आम ग्राहकों को राहत पहुंचाने के लिए बड़ा बदलाव किया है।
नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने आम ग्राहकों को राहत पहुंचाने के लिए बड़ा बदलाव किया है। यह नए बदलाव से बेसिक सेविंग बैंक डिपॉजिट (BSBD) यानी जीरो बैंक अकाउंट खातों के लिए है। इसमें हर महीने जमा होने वाली रकम, बिना किसी नवीनीकरण शुल्क के फ्री में एटीएम या डेबिट कार्ड का उपयोग, हर साल कम से कम 25 पन्नों वाली चेकबुक, इंटरनेट और मोबाइल बैंकिंग और पासबुक या मंथली डिटेल्स जैसे नए बदलाव शामिल हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
बैंकों को एटीएम और दूसरे बैंक के एटीएम के लेनदेन सहित हर महीने न्यूनतम चार बार तक बिना किसी चार्ज के पैसे निकालने की अनुमति होगी।
डिजिटल पेमेंट लेनदेन पर भी बड़ी राहत
UPO, IMPS, NEFT और RTGS जैसे डिजिटल पेमेंट लेनदेन को इस कोटे के लिए निकासी के रूप में नहीं गिना जाएगा। जिससे यूजर्स को अलग से इन पर किसी तरह की डिजिटल गतिविधि करने के लिए चार्ज नहीं लिया जाएगा।
मौजूदा बीएसबीडी ग्राहक नई शुरू की गई सुविधाओं का अनुरोध कर सकते हैं, जबकि नियमित बचत खातों के धारक उन्हें बीएसबीडी खातों में परिवर्तित कर सकते हैं, बशर्ते कि उनके पास पहले से ही किसी अन्य बैंक में खाता न हो।
कब से लागू होंगे ये बदलाव
ये नए बदलाव 1 अप्रैल 2026 से लागू होंगे, हालांकि बैंक इस बदलाव को पहले भी अपनाना सकते हैं। यह उनके ऊपर छोड़ा गया है।
RBI ने अपने जिम्मेदार व्यावसायिक आचरण निर्देश, 2025 को अपडेट करने के लिए नए निर्देश जारी किए हैं। यह बैंकों के पेश किए जाने वाले बेसिक सेविंग बैंक डिपॉजिट (BSBD) खातों के ढांचे को औपचारिक रूप से बदलने का काम करेगा।
नए नियमों में न्यूनतम सुविधाओं को बढ़ाया गया है, जो कि सभी बीएसबीडी खाते के लिए होंगी। इसके जरिए कम मूल्य के जमा धारकों के लिए अधिक आसानी से पहुंच मुहैया कराई जाएगी।
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