PM मोदी और पुतिन का दोस्ताना अंदाज वायरल कुछ इस अंदाज में किया स्वागत (फोटो सोर्स- एएनआई)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नई दिल्ली में शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का गर्मजोशी से स्वागत किया। चार साल बाद भारत आए पुतिन का यह दौरा ऐसे समय हो रहा है जब अमेरिका के ट्रंप प्रशासन ने भारत-रूस रिश्तों पर कड़ी नजर रखी है। दोनों देश इस मुलाकात में ऊर्जा, रक्षा और व्यापार जैसे अहम मुद्दों पर रिश्ते और मजबूत करने की तैयारी में हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मोदी ने पुतिन का किया स्वागत
प्रधानमंत्री मोदी ने पुतिन के आगमन पर रेड कार्पेट बिछाया और पालम एयरपोर्ट पर उनसे मुलाकात की। दोनों नेताओं ने हाथ मिलाया, गले लगे और फिर एक ही कार में बैठे, ठीक वैसे ही जैसे पिछले साल मोदी की मॉस्को यात्रा के दौरान हुआ था। पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा, “मेरे मित्र राष्ट्रपति पुतिन का भारत में स्वागत कर खुशी हो रही है।“ उन्होंने एयरपोर्ट की तस्वीरें भी साझा कीं।
अमेरिका की टेंशन
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने भारत द्वारा रूस से सस्ती दरों पर तेल खरीदने पर कड़ा रुख अपनाया है। अगस्त में ट्रंप प्रशासन ने भारतीय सामान पर 25% अतिरिक्त शुल्क लगा दिया, ताकि भारत पर दबाव बनाया जा सके।
भारत ने 2021 में रूस से लगभग कुछ भी तेल नहीं खरीदा था, लेकिन अब अपनी जरूरत का करीब 40% तेल वहीं से ले रहा है। इस वजह से दोनों देश ऊर्जा साझेदारी आगे बढ़ाने की योजना बना रहे हैंखासकर तेल, गैस और परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में।
रूस से होने वाली भारी मात्रा की खरीद के कारण व्यापार घाटा बढ़ गया है। भारत चाहता है कि रूस उसके इलेक्ट्रॉनिक और कृषि उत्पादों को ज़्यादा मार्केट एक्सेस दे, ताकि यह अंतर कम हो सके।
रक्षा क्षेत्र में भी रूस की हिस्सेदारी पहले जितनी नहीं रही, क्योंकि भारत ने पिछले दशक में स्थानीय निर्माण पर ज़ोर दिया है। फिर भी दोनों देशों ने मिलकर ब्रह्मोस क्रूज़ मिसाइल जैसे अहम हथियार विकसित किए हैं, जो दोनों के रिश्तों का मजबूत आधार हैं।
पीएम मोदी ने क्या कहा था?
रूस-यूक्रेन युद्ध फरवरी में चार साल पूरा करने जा रहा है। अमेरिका इस संघर्ष को खत्म कराने की कोशिश तेज कर चुका है। माना जा रहा है कि पुतिन इस युद्ध और समाधान की संभावनाओं पर मोदी से बात करेंगे। 2022 में युद्ध शुरू होने के कुछ महीनों बाद मोदी ने पुतिन से कहा था- यह युद्ध का दौर नहीं है।
एशिया में चीन की बढ़ती ताकत को देखते हुए रूस भारत को एक संतुलनकारी साझेदार मानता है। सिर्फ दो महीने पहले पुतिन, शी चिनफिंग के साथ बीजिंग में एक बड़े सैन्य आयोजन में दिखे थे, लेकिन भारत भी रूस की विदेश नीति में अहम जगह रखता है।
पुतिन के प्लेन में क्यों लिखा होता है \“РОССИЯ\“, क्या है इसका मतलब? एक-एक शब्द का है ये अर्थ |