हरियाणा ओलंपिक संघ बदलेगा राज्य में खेल का माहौल और खेल के मैदान।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा के दो बॉस्केटबाल खिलाड़ियों हार्दिक व अमन की प्रैक्टिस के दौरान हुई मृत्यु के बाद राज्य ओलंपिक संघ ने खिलाड़ियों की सुरक्षा, खेलों के ढांचागत सुधार और पारदर्शिता को लेकर अहम फैसले लिए हैं। प्रत्येक टूर्नामेंट से कम से कम तीन दिन पहले फील्ड आफ प्ले (खेल के मैदानों) का अनिवार्य निरीक्षण और परीक्षण होगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
निरीक्षण-परीक्षण नहीं कराने पर इसे सीधी अनुशासनहीनता माना जाएगा। ऐसे प्रकरण हरियाणा ओलंपिक संघ की अनुशासन समिति द्वारा भारतीय ओलंपिक संघ के दिशा-निर्देशों के तहत निपटाए जाएंगे। यह फैसला खिलाड़ियों की सुरक्षा में ‘गेम चेंजर’ माना जा रहा है, क्योंकि अधिकतर घटनाएं तैयारी के अभाव में अथवा असुरक्षित खेल मैदानों के कारण होती हैं।
हरियाणा ओलंपिक संघ की कार्यकारिणी समिति की पंचकूला में हुई बैठक में अध्यक्ष कैप्टन जसविंदर सिंह ‘मीनू बेनीवाल’स ने स्पष्ट संदेश दिया कि हरियाणा केवल पदक जीतने वाला नहीं, बल्कि खिलाड़ियों को सुरक्षित, व्यवस्थित और प्रोफेशनल माहौल देने वाला अग्रणी राज्य बनाना है। हरियाणा ओलंपिक संघ के लिए खिलाड़ियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।
बैठक में दो खिलाड़ियों बहादुरगढ़ के अमन और लाखनमाजरा (रोहतक) के हार्दिक राठी की हालिया मौतों पर गहरा शोक व्यक्त किया गया और दो मिनट का मौन रखा गया। इन घटनाओं के बाद हरियाणा ओलंपिक संघ ने कहा कि सिर्फ खेल विभाग पर निर्भर सुरक्षा व्यवस्था पर्याप्त नहीं है, क्योंकि राज्य में शिक्षा विभाग, पंचायती राज, पुलिस और यूनिवर्सिटी के भी अपने स्टेडियम और ग्राउंड हैं।
बैठक में इसी आधार पर सभी विभागों को उनके स्टेडियम/मैदानों का विस्तृत सुरक्षा ऑडिट कराने संबंधी परामर्श नोट जारी करने का निर्णय लिया गया। खेल विभाग पहले ही आडिट का निर्णय ले चुका है, लेकिन अब यह कदम पूरे राज्य की खेल संरचनाओं को एक साथ सुरक्षित करेगा। हरियाणा ओलंपिक संघ ने खेल विभाग को एसआइटी का गठन करने की भी औपचारिक सिफारिश की है, ताकि अमन व हार्दिक की मौत की घटनाओं की निष्पक्ष जांच हो सके।
संघ के अध्यक्ष मीनू बेनीवाल ने बताया कि अगले 15 दिनों में एक विस्तृत, व्यवहारिक और लागू करने योग्य ‘स्टेट स्पोर्ट्स सेफ्टी पालिसी’ तैयार की जाएगी। भविष्य में किसी भी आयोजन से पहले लिखित सुरक्षा स्वीकृति, संरचनात्मक मजबूती की पुष्टि, विद्युत/तकनीकी जांच और आपातकालीन व्यवस्था की रिपोर्ट अनिवार्य होगी। यह नीति हरियाणा को ‘सुरक्षित खेल राज्य’ के रूप में स्थापित करने में मदद देगी।
खेलों के बाद तैयार होगी पोस्ट गेम्स रिपोर्ट
हरियाणा ओलंपिक संघ के अध्यक्ष कैप्टन मीनू बेनीवाल ने बताया कि 27वें हरियाणा राज्य खेल (चरण-एक) की समीक्षा करते हुए निर्णय लिया गया कि पहली बार एक विस्तृत ‘पोस्ट गेम्स रिपोर्ट’ तैयार की जाए। इनमें आवास, खानपान, परिवहन, रूट प्लान, समन्वय, देरी, आयोजन-स्थल की कमियां, फील्ड समस्याएं समेत हर खामी को दर्ज किया जाएगा।
साथ ही, एक्रेडिटेशन सिस्टम, गेम्स मैनेजमेंट सिस्टम पर अलग रिपोर्ट तैयार होगी। यह रिपोर्ट भविष्य के आयोजनों को पेशेवर स्तर पर बेहतर बनाने का आधार बनेगी। 27वें राज्य खेलों की उपलब्धियों और यादगार क्षणों को संजोते हुए एचओए ने एक काफी टेबल बुक तैयार करने का भी निर्णय लिया।
हिसार या भिवानी का खेल स्टेडियम गोद लेगा ओलंपिक संघ
हरियाणा ओलंपिक संघ ने राज्य सरकार को औपचारिक प्रस्ताव भेजने का निर्णय लिया है, जिसके तहत हिसार के महावीर स्टेडियम और भिवानी के भीम स्टेडियम में से किसी एक स्टेडियम को संघ द्वारा ‘गोद’ लिया जाए। यह पायलट प्रोजेक्ट होगा। गोद लिए गए स्टेडियम का नियमित रखरखाव, सुरक्षा मानकों का पालन, उच्च स्तरीय प्रशिक्षण सुविधाएं, सतत संचालन माडल तथा खिलाड़ियों के लिए आधुनिक और सुरक्षित प्रबंधन प्रणाली लागू करने का जिम्मा संघ का रहेगा। यह हरियाणा में पहली बार होगा जब कोई स्टेडियम पूरी तरह एक प्रोफेशनल स्पोर्ट्स बाडी द्वारा संचालित होगा।
स्पोर्ट्स साइंस एवं आपरेशन इंटर्नशिप प्रोग्राम शुरू होगा
कैप्टन मीनू बेनीवाल के अनुसार हरियाणा ओलंपिक संघ ने निर्णय लिया कि आउटडोर खेल परिसरों में स्थायी शेड, स्थायी बैठने की व्यवस्था, पक्का बेस बनाया जाएगा, ताकि हर आयोजन में भारी टेंट खर्च खत्म हो और सुविधाएं स्थायी रूप से उपलब्ध रहें। बैठक में यह भी निर्णय हुआ कि 12 माह का स्पोर्ट्स साइंस एवं आपरेशन इंटर्नशिप प्रोग्राम शुरू किया जाएगा। आफिस सचिव, क्रिएटिव-पीआर कंसलटेंट, स्पोर्ट्स साइंस एक्सपर्ट सहित अन्य पदों की भर्ती प्रक्रिया आगे बढ़ेगी। राज्य खेलों के प्रतिभागी और मेरिट प्रमाण-पत्र तैयार हो चुके हैं और डायरेक्टर आफ कंपीटीशन के सत्यापन के बाद जल्द वितरित किए जाएंगे। |