ओडिशा में उगाए जा रहे गांजे के पौधे को नष्ट करते जवान।
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। ओडिशा पुलिस ने अवैध गांजा खेती के खिलाफ इस वर्ष अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की। तकरीबन 18 हजार एकड़ से अधिक क्षेत्र में फैली अवैध फसलों को पूरी तरह नष्ट कर दिया है। मादक पदार्थों की अवैध खेती, तस्करी और उससे जुड़े अपराधों पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से पुलिस ने राज्यव्यापी विशेष अभियान चलाया है। यह मार्च 2026 तक जारी रहेगा।
पुलिस मुख्यालय के अनुसार, दुर्गम पहाड़ी और वन क्षेत्रों में फैली गांजा खेती की पहचान करने के लिए ड्रोन सर्विलांस, सैटेलाइट इमेजरी और खुफिया तंत्र का सहारा लिया जा रहा है।
इसके लिए स्वतंत्र विशेष टीमें गठित की गई हैं, जो लगातार जंगलों, पहाड़ों और ग्रामीण इलाकों में अभियान चला रही हैं। अब तक हजारों एकड़ जमीन पर फैली अवैध फसलें जड़ से उखाड़कर नष्ट की जा चुकी हैं।
नवंबर 2025 के अंत तक पूरे राज्य में गांजे की अवैध खेती के 473 मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें सबसे अधिक खेती बौद्ध और कंधमाल जिलों में पाई गई।
2024 में भी नष्ट हुई थी 20 हजार एकड़ में फैली खेती डीजीपी योगेश बहादुर खुरानिया ने बताया कि वर्ष 2024 में भी राज्यभर में बड़ी कार्रवाई की गई थी। उस दौरान 594 मामले दर्ज हुए थे और 20,803 एकड़ क्षेत्र में फैली अवैध गांजा फसल को नष्ट किया गया था।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष की कार्रवाई पिछले वर्ष से भी अधिक संगठित और तकनीक आधारित है। डीजीपी खुरानिया ने चेतावनी दी कि राज्य में अवैध गांजा खेती किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने कहा कि पुलिस लगातार ग्रामीणों को जागरूक कर रही है। खेती में संलिप्त लोगों के खिलाफ कठोर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी, साथ ही अभियान को आने वाले दिनों में और अधिक तेज गति से चलाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि युवाओं को नशे की लत से बचाना और तस्करी पर पूरी तरह लगाम लगाना अभियान का लक्ष्य है। पुलिस का मानना है कि जागरूकता और सख्त कानून-व्यवस्था से राज्य में अवैध ड्रग नेटवर्क को जड़ से खत्म किया जा सकता है।
पुqलिस द्वारा जिलावार की गई कार्रवाई
जिला मामले क्षेत्रफल (एकड़)
बौद्ध 181 7,757
कंधमाल 132 9,313
रायगड़ा 33 114
मालकानगिरि 35 483
कोरापुट 22 508
गजपति 45 650
गंजाम 21 162
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